इनमें बताया गया है कि आगामी 29 व 30 अगस्त को मुस्लिम समुदाय द्वारा मुहर्रम मनाया जाता हैं लेकिन इस बार सार्वजनिक रूप से कोई आयोजन नहीं किया जा सकेगा। सिर्फ दो फीट से कम उंचाई वाले मन्नत ताजिए घर में ही बना कर घर में ही विसर्जित किए जा सकेगें। गली मोहल्ले में किसी तरह के धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रम व जूलूस का आयोजन नहीं किया जा सकेगा।
चार या उससे अधिक व्यक्ति किसी एक स्थान पर एकत्र नहीं हो सकेंगे। वहीं 22 अगस्त से शुरु होने वाले गणेशोत्सव में भी किसी प्रकार का सार्वजनिक आयोजन नहीं होगा। निजी तौर पर घरों में दो फिट से कम उंची मिट्टी की मूर्तियों की स्थापना की जा सकेगी।
अन्य किसी तरह की मूर्तियों की बिक्री भी नहीं हो सकेगी। विसर्जन यात्राएं नहीं निकाली जा सकेगी और सार्वजनिक जलश्रोतों में विसर्जन भी नहीं होगा। घरों में ही मूर्तियों का विसर्जन करना होगा। निषेधाज्ञाओं में जारी किए गए नियमों का उलंघन करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।