इनमें सूरत शहर के अलावा अन्य शहरों से आए जवान भी शामिल हैं। 2 अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, 7 डीसीबी, 28 एससीपी, 90 पुलिस निरीक्षक, 250 उप निरीक्षक, एक कंपनी रैपिड़ एक्सन फोर्स की, आठ रिजर्व पुलिस की कंपनियां, 4200 पुलिस जवान, 1500 टीआरबी जवान, 3000 होमगार्ड रहेगें।
विसर्जन के लिए विभिन्न स्थानों पर तैयार किए गए 19 कृत्रिम तालाबों तक जिन तक विभिन्न 22 मार्गो से पहुंचा जा सकेगा। दो से चार फिट तक की मूर्तियों का कृत्रिम तालाबों में विसर्जन होगा जबकि शेष छोटी मूर्तियों का घरों में ही विसर्जन करना होगा।
विभिन्न यात्रा मार्गो पर यातायात व्यवस्था सुचारू रखने के लिए विभिन्न स्थानों पर बैरिकेटिंग कर टीआरबी जवानों को भी तैनात किया गया है। इसके अलावा मुख्य मार्गो पर सुरक्षाबल तैनात रहेंगे। विसर्जन प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए पुलिस ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल करेगी।
इसके अलावा पुलिस कंट्रोल रूम से भी शहर में विभिन्न स्थानों पर लगे कैमरों से नजर रखी जाएगी। आपात स्थिति से निपटने के लिए क्राइम ब्रांच समेत विभिन्न पुलिसकर्मियों के विशेष दस्ते तैयार किए गए हैं। इससे पूर्व शहर पुलिस आयुक्त अजय तोमर द्वारा सूरत गणेशोत्सव समिति समेत विभिन्न धार्मिक संगठनों के साथ बैठक भी की गई थी।
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