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सूरत

स्टेम सेल बिल्डिंग में शिफ्ट होंगे गायनेक, पीड्यिाट्रिक और मेडिसन विभाग

स्वास्थ्यमंत्री की मेडिकल कॉलेज में बैठक…
सुपर स्पेश्यालिटी अस्पताल में हृदय, किडनी, न्यूरो की सेवाएं जल्दी शुरू होने के आसार
गायनेक वार्ड में मरीजों से मुलाकात की, पैथोलॉजी लैब में कामकाज देखा

सूरतOct 15, 2019 / 10:39 pm

Sanjeev Kumar Singh

स्टेम सेल बिल्डिंग में शिफ्ट होंगे गायनेक, पीड्यिाट्रिक और मेडिसन विभाग

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सूरत.

राज्य स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल ने सोमवार को न्यू सिविल अस्पताल में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत निर्माणाधीन सुपर स्पेश्यालिटी अस्पताल तथा स्टेम सेल के अधूरे प्रोजेक्ट वाली बिल्डिंग का निरीक्षण किया। उन्होंने स्टेम सेल बिल्डिंग में मेडिसिन, गायनेक, पीड्यिाट्रिक के तीन विभाग शिफ्ट करने को मंजूरी दी है। वहीं अहमदाबाद से आए किडनी, हृदय और न्यूरो इंस्टीट्यूट के चिकित्सकों ने सुपर स्पेश्यालिटी बिल्डिंग में सेवाएं देने पर सहमति जताई है। इसमें आठ से नौ माह का समय लगने की बात कही गई है।
स्टैम सेल रिसर्च सेन्टर प्रोजेक्ट हुआ बंद :

न्यू सिविल अस्पताल में शुरू होने वाला गुजरात का पहला स्टैम सेल रिसर्च सेन्टर प्रोजेक्ट अब पूरा होने की उम्मीद नहीं। वर्ष 2009 में वाइब्रेंट गुजरात सबमिट के दौरान अमेरिका की जीयो स्टार कंपनी ने गुजरात सरकार के साथ एमओयू साइन किया था। लेकिन, कंपनी ने स्टैम सेल प्रोजेक्ट से हाथ पीछे खींच लिए। कर्मचारियों के ट्रेनिंग तथा संचालन का पूरा जिम्मा कंपनी का था। अब उस कंपनी के पीछे हट जाने से राज्य सरकार प्रोजेक्ट को बंद करने का निर्णय किया है। गौरतलब है कि राज्य का यह पहला स्टैम सेल प्रोजेक्ट था। बिल्डिंग के निर्माण में करीब 55 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।

स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल सोमवार को सूरत दौरे पर थे और उन्होंने शाम को न्यू सिविल अस्पताल में मेडिकल क्षेत्र से जुड़ी निजी संस्थाओं तथा कॉलेज व अस्पताल के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में स्टेम सेल बिल्डिंग का उपयोग अब मेडिसन, गायनेक और पीड्यिाट्रिक विभाग के लिए करने की मंजूरी दे दी गई है। यह तीनों विभाग आगामी दिनों में स्टेम सेल बिल्डंग में शिफ्ट करेंगे।

764 बेड का मदर-चाइल्ड एंड मेडिसन विभाग का अस्पताल होगा

दस मंजिला स्टेम सेल बिल्डिंग में इन तीनों विभागों को शिफ्ट करने के बाद 764 बेड का मदर-चाइल्ड एंड मेडिसन विभाग का अस्पताल बन जाएगा। अधिकारियों से बैठक करने के बाद स्टेम सेल बिल्डिंग का निरीक्षण किया। बाद में वह कैंसर अस्पताल पहुंचे। यहां उन्होंने लायन्स क्लब के द्वारा मरीजों को भर्ती करने के लिए जमीन की मांग स्वीकार की। पटेल ने कैंसर अस्पताल में मरीजों को हर सुविधा मिले, ऐसे विकसित करने के निर्देश दिए। सुपर स्पेश्यालिटी अस्पताल का निरीक्षण करने के लिए अहमदाबाद से यूएन मेहता कार्डियेक अस्पताल से डॉ. आरके पटेल, किडनी इंस्टीट्यूट से डॉ. विनीत शर्मा और कैंसर अस्पताल (जीसीआरआई) निदेशक शशांक पंड्या सूरत आए थे।
स्टेम सेल बिल्डिंग में शिफ्ट होंगे गायनेक, पीड्यिाट्रिक और मेडिसन विभाग
स्वास्थ्यमंत्री के न्यू सिविल अस्पताल पहुंचने से पहले ही डॉ. पटेल, डॉ. शर्मा और डॉ. पंड्या ने स्थानीय अधिकारियों के साथ निर्माणाधीन सुपर स्पेश्यालिटी अस्पताल का निरीक्षण पूरा कर लिया था। नितिन पटेल केसाथ बैठक में हृदय, किडनी और न्यूरो के विशेषज्ञ चिकित्सकों से सूरत में सेवाएं देने के बारे में पूछा। तीनों ही संस्थाओं ने आठ से नौ माह में सेवाओं को शुरू करने की बात कही है। साथ में सरकार द्वारा नियुक्त किए जाने वाले चिकित्सकों का वेतनमान निजी अस्पतालों के समकक्ष तय करने का आग्रह किया है।

सांसद-विधायक ने की पीआइयू विभाग की शिकायत

न्यू सिविल अस्पताल में पीआइयू विभाग के द्वारा कार्य में लापरवाही बरतने के कारण मरीजों तथा परिजनों को परेशानी होती है। गर्मी में न्यू सिविल अस्पताल में 168 पंखे बंद स्थिति में मिले थे। स्वास्थ्य मंत्री के साथ हुई बैठक में हर्ष तथा दर्शना दोनों ने पीआइयू विभाग की शिकायत की। जनप्रतिनिधियों की शिकायत पर पटेल ने अलग विषय है कहकर बात टाल दी।

बहुमंजिला बिल्डिंग बनाने पर दिया जोर

स्वास्थ्यमंत्री ने बैठक में कहा कि आसपास के लोग सूरत इलाज के लिए आते है। सुपर स्पेश्यालिटी अस्पताल शुरू होने से यहां के मरीजों को अहमदाबाद या दूसरे शहर नहीं जाना होगा। स्टेम सेल बिल्डिंग में गायनेक, पीड्यिाट्रिक, मेडिसन विभाग शिफ्ट होने के बाद पूराने बिल्डिंग को हटाकर बहुमंजिला बिल्डिंग निर्माण करने की योजना तैयार करने के निर्देश दिए है। न्यू सिविल अस्पताल के पूराने ढांचे को हटाने के बाद बड़ी बिल्डिंग का निर्माण किया जाएगा ताकि मरीजों तथा अलग-अलग विभागों को शुरू करने में आसानी होगी।

गायनेक वार्ड और लैब का निरीक्षण

स्वास्थ्यमंत्री पटेल अस्पताल में तय समय से एक घंटा देरी से पहुंचे और अधिकारियों के साथ बीस मिनट तक बैठक के बाद वह स्टेम सेल बिल्डिंग का निरीक्षण करने पहुंचे। यहां से वह कैंसर अस्पताल में लायन्स क्लब को देने वाले भूमि स्थल गए। लौटते समय वे गायनेक वार्ड और पैथोलॉजी लैब ओपीडी-10 में निरीक्षण के लिए पहुंच गए।

यूं रहेगी मंजिल-दर-मंजिल व्यवस्था

बेसमेंट : सीएसएसडी, यूजी सम्प, लॉड्री, किचन, डॉक्टर पार्किंग

ग्राउंड फ्लोर: मेडिसन ओपीडी-10, रिस्परेटरी मेडिसन ओपीडी-4, रजिस्ट्रेशन एंड फार्मेसी विद ड्रग्स स्टोर।

प्रथम मंजिल : पीपी वार्ड, डेमो रूम 1, किचन एंड कैफेटेरिया
दूसरी मंजिल : एंटीनेटल वार्ड, अर्ली लेबर वार्ड, पोस्ट लेबर वार्ड, गायनेक आइसीयू,

तीसरी मंजिल : पोस्ट ओटी, प्री-ओटी, गायनेक वार्ड,

चौथी मंजिल: पीएनजी एंड गायनेक वार्ड, पांच रेजिडेंट रूम, दो ड्रग्स स्टोर
पांचवीं मंजिल: पीड्यिाट्रिक वार्ड, पांच रेजिडेंट रूम, दो ड्रग्स स्टोर

छठी मंजिल : एनआइसीयू, मदर रूम, पीड्यिाट्रिक आइसीयू, एनआरसी, दो नर्स रूम, दो रेजिडेंट रूम

सातवीं मंजिल : मेडिकल विद्यार्थियों के लिए कॉमन रूम, परिजनों के लिए रेस्ट रूम तथा बेड, मेडिकल एंड पेरामेडिकल स्टाफ रेस्ट रूम।
आठवीं मंजिल: मेडिसन वार्ड, रैबीज रूम, पांच रेजिडेंट रूम, ड्रग्स स्टोर।

नौवीं मंजिल : मेडिसन वार्ड, टेटनस रूम, सेमिनार रूम, पांच रेजिडेंट रूम, ड्रग्स स्टोर।

दसवीं मंजिल : मेडिसिन वार्ड, डायलिसिस, एमआइसीयू के नौ बेड, आइसीयू के नौ बेड, कीमोथैरापी के छह बेड, कीमोथैरापी रूम, दो प्रोसीजर रूम

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