१७ अक्टूबर तक होने वाले सर्वे में तापी नदी के २६८ वर्गमीटर क्षेत्र की १३ हजार लाइन में एक्वीफर मैपिंग की जाएगी। हैलीकॉप्टर से नदी के तल से ५०० मीटर नीचे तक सेंसरिंग कर एक्विफर स्पॉट चिन्हित किए जाएंगे। हैलीबॉर्न सर्वे की रिपोर्ट और इससे पहले हुए इलेक्ट्रिकल रेसिस्टिविटी मैथड सर्वे की रिपोर्ट के तुलनात्मक अध्ययन के बाद एनजीआरआई अक्टूबर अंत तक अपनी रिपोर्ट मनपा को सौंप देगी। गौरतलब है कि एनजीआरआई टीम सूरत से पहले राजस्थान और बिहार में भी एक्विफर मैपिंग की है। राजस्थान के दौसा और जैसलमेर में एक्विफर मैपिंग के परिणाम सकारात्मक आए हैं।
नवजात बच्ची को बस में छोड़ गई मां
अज्ञात महिला के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस
अडाजण से पाल आरटीओ के बीच चलने वाली बीआरटीएस बस में मेट में लिपटी एक नवजात बच्ची लावारिस हालत में मिली। अडाजण पुलिस ने अज्ञात महिला के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक बीआरटीएस बस (जीजे-5-बीएक्स-2150) आरटीओ कार्यालय के पास पहुंचने पर जब सभी यात्री उतर गए तो चालक ने बच्ची के रोने की आवाज सुनी। उसने अंतिम सीट पर मेट में लिपटी नवजात बच्ची को देखा और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने बच्ची को शिशुगृह भेज दिया। पुलिस ने बताया कि नवजात को जिस मेट में लपेटा गया था, वह रांदेर रोड के नारी अस्पताल एण्ड प्रसूति गृह का है। आशंका है कि इसी अस्पताल में बच्ची को जन्म दिया गया और बाद में उसे बस में लावारिस छोड़ दिया गया।