गर्भ के तरह ही पौधों का करे पालन
ताप्ती किड्स के प्रमोद चौधरी ने बताया कि ग्रीनाथोन में गर्भवती महिलाओं को शामिल करने का उद्देश्य यही था कि जिस तरह एक मां अपने गर्भ में पल रहे पच्चे की देखभाल करती है, उसी तरह हम पौधें लगाने के बाद उसकी देखभाल करे और उसे पेड़ में परिवर्तित करे।
पुत्र-पुत्रियों के साथ माताओं ने भी लिया हिस्सा
ग्रीनाथोन में गर्भवती महिलाओं के साथ बड़ी संख्या में महिलाओं ने अपने पुत्र या पुत्रियों के साथ भी हिस्सा लिया। पेड़ पौधों को हम अपनी संतान माने और उसी तरह उनका भी खयाल रखे यह संदेश प्रतियोगियों ने दिया।
ग्रीनमैन विरल देसाई थे इवेंट के ब्रांड एम्बेसडर
ग्रीनाथोन इवेंट के लिए आयोजकों की ओर से सूरत में ग्रीनमैन के तौर पर पहचान बना चुके उद्यमी विरल देसाई को ब्रांड एम्बेसडर बनाया गया था। गौरतलब है कि विरल देसाई अब तक 19000 पौधों का सिर्फ रोपण ही नहीं कर चुके, लेकिन उनकी देखभाल भी कर रहे है। पर्यावरण और ऊर्जा बचाओ क्षेत्र में कार्य करने के लिए उन्हें कई राष्ट्रीय और प्रदेशस्तर के पुरस्कार भी मिल चूके है।