बारडोली. सांकरी स्थित स्वामीनाराण मंदिर में फूलों की होली खेली गई। होली उत्सव और भगतजी महाराज का जन्मोत्सव साथ-साथ मनाया गया।
फूलडोल उत्सव मे एक भी बूंद पानी के बिना संतों के मार्गदर्शन के तहत फूलों की होली खेली गई। इसमें 800 किग्रा से ज्यादा गुलाब की पंखुड़ी से भगवान पर पुष्पवर्षा की गई, बाद में हरिभक्तों पर भी पुष्पवर्षा कर आध्यात्मिक वातावरण में होली खेली गई।
भरुच शहर के साथ जिले की अन्य तहसीलों में होली का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। होली को लेकर बालकों में काफी उत्साह देखा गया। बालकों ने पिचकारियों में रंग भरकर एक दूसरे को रंगना सुबह से ही शुरू कर दिया गया था। इसके बाद उनका साथ देने के लिए युवाओं व महिलाओ की टीमें भी घरों से बाहर निकल गई थी। होली के दिन लोगों ने एक दूसरे को जमकर रंग लगाया व होली का पर्व मनाया। होली पर्व को लेकर कहीं से किसी अप्रिय वारदात की कोई खबर नहीं मिली।
वापी में राजस्थानी होली गीतों के रमझट और नृत्य- संगीत के कार्यक्रमों के साथ राजस्थान प्रगति मंडल का होली स्नेह मिलन कार्यक्रम धुलंडी की शाम राजस्थान भवन परिसर में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मंडल के प्रमुख माधव चौधरी व पदाधिकारियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। लक्ष्मणगढ़ शेखावाटी से आए विकास मिश्रा व सवाई सिंह पार्टी के कलाकारों ने गणेश वंदना से शुरुआत करते हुए ननद – भौजाई के ठिठोली वाले गीत चालो देखन नै बाईसा थारो बीरो नाचे रै से स्नेह मिलन का आगाज किया।