शिव शक्ति, भीम शक्ति-माइनोरिटी फाउंडेशन के बैनर तले पार्षद रविन्द्र पाटिल, पूर्व पार्षद सुरेश सोनवणे, अरुण कलाल, गोपाल पाटिल, सागर सालुंके आदि अग्रणियों की अगुवाई में शुक्रवार को क्षेत्र की जनता विरोध प्रदर्शन में शामिल हुई। वी वान्ट जस्टिस, लिंबायत पुलिस निरीक्षक को निलंबित करो जैसे नारे लिखे बैनर और पोस्टरों के साथ सड़कों पर उतरे लोग रैली के रूप में जिला कलक्टर कार्यालय पर पहुंचे और धरना दिया। अग्रणियों ने मिलकर पहले जिला कलक्टर और बाद में पुलिस आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस निरीक्षक विनोद मकवाणा के कार्यकाल में क्षेत्र में लूट, हत्या, हत्या की कोशिश, बलात्कार और छेडख़ानी जैसे आपराधिक मामले बढ़ते जा रहे हैं। अपराधों पर लगाम लगाने में विफल लिंबायत पुलिस निरीक्षक मकवाणा और उनकी पुलिस निर्दोष लोगों को परेशान कर रही है। हाल ही अपहरण के एक मामले में शिकायत लेकर पहुंचे सागर सालुंके और गोपाल पाटिल को पुलिस ने धारा 151 के तहत हिरासत में ले लिया था और जब उनके समर्थन में लोग पहुंचे तो पुलिस ने लोगों पर लाठीचार्ज किया था। लोगों ने मांग उठाई कि पुलिस निरीक्षक मकवाणा को निलंबित किया जाए और लाठीचार्ज की घटना की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।