संक्रमण की दूसरी लहर कमजोर भले पड़ गई हो, कोरोना अभी गया नहीं है। तीसरी लहर दरवाजे तक आ चुकी है और दस्तक देने भर की देरी है। पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर दस्तक दे चुकी है और मुम्बई के रास्ते गुजरात में घुसपैठ को रोकना बड़ी चुनौती है। इन सबके बीच लोगों की बेरोकटोक आवाजाही संक्रमण के प्रसार के लिए अवसर देती दिख रही है। शहर के मेघ मयूर अपार्टमेंट के बाद अडाजण में एक और अपार्टमेंट संक्रमण के कारण सील करना पड़ा है। दोनों मामले संकेत दे रहे हैं कि लापरवाही आने वाले दिनों में जानलेवा भी साबित हो सकती है।
बाजारों में बढ़ रही भीड़ कोरोना की दूसरी लहर के कमजोर पडऩे के साथ ही एहतियात को लेकर आमजन और प्रशासन की प्रतिबद्धता भी लगातार कमजोर हुई है। लोग बगैर मास्क लगाए भीड़ में घुस रहे हैं। दुकानों और बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग का फार्मूला भी ताक पर रख दिया गया है। पहले पुलिस और मनपा की टीमें सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क की अनिवार्यता के लिए जुर्माने की कार्रवाई करती दिखती थीं, वह भी अब नदारद है। ऐसे में स्थितियां संक्रमण को आमंत्रण देती दिख रही हैं।
प्रशासन ने शुरू की कवायद तीसरी लहर की आशंका के बीच मनपा प्रशासन ने स्थितियों से निपटने के लिए कवायद शुरू कर दी है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक स्थिति बिगड़े इससे पहले ही शहर में जरूरी दवाओं का स्टॉक जमा करने का काम किया जा रहा है। ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति के लिए भी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। माना जा रहा है कि तीसरी लहर ने अपना कहर ढाया तो इस बार प्रशासन मुस्तैदी से उससे निपटने मेंं सक्षम साबित होगा।
लोगों को बरतनी होगी सावधानी इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने और दूसरी जरूरतों के लिए हम अपनी ओर से पूरी कोशिश कर रहे हैं। इस बार हम और बेहतर तरीके से संक्रमण से लड़ पाएंगे। इसके बावजूद तीसरी लहर से बचना है तो लोगों को भी सहयोग करना होगा। जिस तरह से लापरवाही बरती जा रही है, उस पर तुरंत ब्रेक लगाने की जरूरत है। लोगों का कम से कम अपनी और अपनों की जान की सुरक्षा के लिए सावधानी बरतनी चाहिए।
डॉ. आशीष नायक, डिप्टी कमिश्नर, हैल्थ एंड हॉस्पिटल, सूरत