सूरत

Patrika Impact; रियाद में फंसे नवसारी के युवकों की घर वापसी की उम्मीद बंधी

ट्वीटर पर पत्रिका की खबर पर भारतीय दूतावास ने दिया मदद का आश्वासन

सूरतSep 23, 2019 / 10:15 pm

Sandip Kumar N Pateel

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नवसारी. रोजगार के लिए हजारों रुपए खर्च कर सउदी अरब के रियाद शहर जाने के बाद वहां फंसे युवकों के घर लौटने का रास्ता खुलता नजर आ रहा है। इन युवकों की व्यथा पर राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित खबर को ट्वीटर पर देख सउदी अरब में भारतीय एम्बेसी ने युवकों की मदद का आश्वासन दिया है। एम्बेसी की ओर से ट्वीट का जवाब देते हुए कहा गया कि संबंधित घटना को लेकर एम्बेसी सउदी अरब प्रशासन के संपर्क में है। अपने देशवासियों की मदद के लिए हर स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। एम्बेसी लगातार इस पर अपनी नजर बनाए हुए है।
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नवसारी जिले के चिखली तहसील के रुमला गांव का सुरेश शुक्कर पटेल दस साल से रियाद की कंपनी में नौकरी के लिए जा रहा है। पिछली बार वह 2017 में रियाद गया था और वहां की एसएससीएल कंपनी से जुड़ा था। कुछ महीने बाद कंपनी ने अचानक काम बंद कर दिया और सुरेश सहित काम कर रहे 80 से अधिक कर्मचारियों का वेतन का भुगतान भी बंद कर दिया। इससे परेशान सुरेश और उसके साथियों ने कंपनी में हड़ताल की। इस बीच सउदी अरब में जरूरी हकामा कार्ड की वेलिडिटी खत्म हो गई। इससे सुरेश समेत सभी लोगों की हालत दयनीय हो गई, क्योंकि भारत लौटने के लिए यह कार्ड जरूरी है। वहां की कोर्ट और भारतीय दूतावास में शिकायत के बाद भी कोई हल नहीं निकला। अब सुरेश समेत सभी 80 भारतीय कर्मचारियों को देश लौटने के लिए सरकार से मदद की आस है।

जिला प्रशासन को जानकारी ही नहीं


रियाद में फंसे नवसारी के युवकों के बारे में जिला प्रशासन को कोई जानकारी ही नहीं है। इस मामले में प्रशासन की कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर कलक्टर आद्रा अग्रवाल ने कहा कि इस विषय में मुझे कोई जानकारी नहीं है। अतिरिक्त कलक्टर या एसपी से जानकारी लेने के बाद कुछ बता पाऊंगी।

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