मनपा प्रशासन को लंबे समय से मानसून के दौरान लंबे समय तक पानी में डूबे रहे कोजवे से पानी उतरने का इंतजार था। रपट से पानी उतरा तो मानसून के लंबे दौर में पानी में डूबे रहे कोजवे की मरम्मत का काम शुरू किया गया। पानी में डूबे रहने के दौरान सडक़ को तो नुकसान पहुंचा ही रेलिंग और कोजवे किनारे बनी नाली पर बिछी जाली भी जर्जर हो चुकी है। पानी उतरना शुरू हुआ तो मनपा प्रशासन ने सडक़ पर जमी मिटटी और गाद हटाने के लिए रास्ते की साफ-सफाई का काम कराया था। पानी पूरी तरह उतरने के बाद खराब हुई रेलिंग को दुरुस्त करने की कवायद शुरू हुई।
पानी में डूबे रहने से कोजवे किनारे की नाली पर लगी जाली भी जर्जर हो गई थी। मनपा प्रशासन ने गुरुवार से खराब हुई जाली को हटाकर नया जाल बिछाने का काम शुरू किया है। कई बार लोग सडक़ पार कर किनारे रेलिंग तक आ जाते हैं। जरा सी लापरवाही पर सडक़ और रेलिंग के बीच रास्ते में पडऩे वाली जाली कभी भी हादसे की वजह बन सकती है। इसे देखते हुए मनपा प्रशासन सुरक्षा को लेकर कोई चूक बरतना नहीं चाहता है।
उखड़े रास्ते को मरम्मत की दरकार लंबे वक्त तक पानी में डूबी रही कोजवे की रपट कई जगह से खराब हो गई है। रास्ते पर कारपेट कई जगह से उखड़ जाने के कारण उसकी मरम्मत का कार्य कराया जाना जरूरी हो गया है। अधिकारियों के मुताबिक खराब हुई सडक़ को भी बाद में दुरुस्त कराया जाएगा।