लोकसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने मतदात सूची में सुधार का कार्य बीएलओ को सौंपा था। काफी समय पहले सर्वे कर और बूथ लेवल पर कैम्प लगा कर इस काम को अंजाम दिया गया। इस बार १८ साल की उम्र पार करने वाले नए मतदाताओं के नाम जोड़े गए हैं। निवास स्थान बदलने वाले मतदाताओं के बूथ आदि में फेरबदल भी किए गए हैं। ऐसे में बड़ी संख्या में लोगों ने नए और संशोधित पहचान पत्र हासिल करने के लिए आवेदन किए थे। सूत्रों की मानें तो चुनाव आयोग ने पिछले एक महीने में मतदाताओं के नए पहचान पत्र तैयार कर संबंधित बूथ लेवल ऑफीसरों के भेज दिए हैं। उनका काम इन्हें मतदाताओं तक पहुंचाने का है, लेकिन अधिकतर बीएलओ ने पहचान पत्र मतदाताओं के घर नहीं पहुंचाए।
बार-बार कौन चक्कर लगाए?
एक बीएलओ ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि आयोग द्वारा किस्तों में पहचान पत्र तैयार कर भेजे जा रहे हैं। पिछले महीने पहली बार बीस पहचान पत्र आए थे, जिनका वितरण कर दिया गया था। तब से हर एक-दो दिन में १०-१५ नए पहचान पत्र तैयार होकर आ रहे हैं। ऐसे में बार-बार तपती धूप में इनके वितरण के लिए मतदाताओं के घर चक्कर काटना मुश्किल काम है। बीएलओ ने बताया कि करीब १५० पहचान पत्र उसके पास रखे हैं। जब अंतिम खेप आएगी, सभी मतदाताओं के पहचान पत्र एक साथ वितरित कर दिए जाएंगे। जानकारी के अनुसार चुनाव आयोग ने बीएलओ का काम विभिन्न सरकारी स्कूलों और अन्य सरकारी महकमों के तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों को सौंपा है।
१.२६ लाख नए मतदाता
चुनाव आयोग के मुताबिक सूरत शहर एवं जिले की संशोधित मतदाता सूची में एक लाख २६ हजार नए मतदाताओं को शामिल किया गया है। इस बार मतदाताओं की कुल संख्या ४१ लाख ८४ हजार ७१६ है, जो सूरत, नवसारी और बारडोली लोकसभा सीटों के लिए मतदान करेंगे।
ऐसा कुछ मेरी जानकारी में नहीं आया है। यदि किसी बीएलओ ने पहचान पत्र रोक कर रखे हैं तो कार्रवाई की जाएगी। मुझे संख्या पता नहीं है कि कितने तैयार हो गए और कितने नहीं। जिनके पहचान पत्र तैयार हो गए हंै, उन्हें मतदान से पहले उन तक पहुंचा दिया जाएगा।
सी.पी.पटेल, चुनाव अधिकारी, सूरत