सुनीता यादव ने सोशल मीडिया पर मंत्री की तरफ इशारा करते हुए कहा कि अपने बेटे को एक घंटे में जमानत पर छुड़वाया है, उसे वापस वहीं पहुंचा दो। किराए के टट्टुओं से मेरा पीछा करवाना बंद करो। मुझे आठ जुलाई के बाद से नींद नहीं आ रही हैं। उन भ्रष्ट अधिकारियों के चेहरे सामने आते हैं, जिन्होंने मेरे साथ गलत किया। मैं यहां शांत रहने के लिए जैसलमेर आई हूं। मुझे यहां शांति से रहने दो, मेरा मुंह मत खुलवाओ। अगर मुझे न्याय नहीं मिलेगा तो मैं गुलामी की नौकरी छोड़ दूंगी।
READ MORE : – LADY CONSTABLE: ‘नेता रैली निकाल लेते हैं और देश के रक्षक राखी भी नहीं बंधवा सकते’ मेरे खिलाफ जो जांच शुरू की गई हैं, उसमें घटना के सभी साक्ष्य हैं, फिर भी मुझे न्याय मिलने में इतनी देर हो रही हैं? मैं नरेन्द्र मोदी से अपील करती हूं कि वे देश की बेटियों को सुरक्षा सुनिश्चित करें। इस सिस्टम को बदलें। मैं जानती सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं। उसने एक अन्य महिला रागिनी यादव की भी मदद करने की लोगों से अपील की। कहा कि वह भ्रष्ट सिस्टम से लड़ रही हैं।
कुछ भ्रष्ट पुलिसवाले उसके लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं। उसे धमकियां दे रहे हैं। नारी सशक्तिकरण और मानवाधिकार की बातें करने वाले कहां हैं? कोई मेरी मदद करे या ना करे, लेकिन उसकी मदद जरूर करे। गौरतलब हैं कि गत 8 जुलाई को वराछा में ड्यूटी के दौरान लोक रक्षक सुनीता यादव ने कफ्र्यू भंग के आरोप में कुछ युवकों को रोका था। उन्हें बचाने के लिए स्वास्थ्य मंत्री कुमार कनानी का पुत्र प्रकाश पिता की कार लेकर आए थे।