इस मामले में कपराडा वन विभाग के अधिकारी एनके राठवा ने बताया कि जाल में फंसने के बाद तेन्दुए को निकालने के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी। इस दौरान उसके सिर में चोट लगने से उसकी मौत होने की जानकारी पोस्टमोर्टम रिपोर्ट में आई है। वहीं लोगों के बीच यह चर्चा है कि बेहोशी वाले इंजेक्शन का ओवरडोज तेन्दुए की मौत का कारण है।
उल्लेखनीय है कि जिले के आवासीय क्षेत्रों में तेन्दुआ दिखना आम बात हो गई है। वन विभाग द्वारा तेन्दुआ पकडऩे में सही तरीका न अपनाने से कई बार उनकी मौत हो जाती है। इससे वन विभाग को आधुनिक उपकरणों से सज्ज करने की मांग होती रही है।