बिलीमोरा रेलवे स्टेशन से लाइनमैन कोलोंजी मुथ्यू (52) शनिवार सुबह बिलीमोरा-अमलसाड के बीच रेलवे ट्रेक की जांच के लिए निकला था। देवधा गांव के पास अंबिका नदी पर बने रेलवे ब्रिज पर उसने उत्तरी छोर की अप लाइन की पटरी में तीन सेमी का गैप देखा। इसे रेल गैप फ्रेक्चर कहा जाता है। इस दौरान जयपुर-बांद्रा सुपरफास्ट ट्रेन आने का समय हो गया था। खतरे को भांपकर मुथ्यू केसरी रंग का अपना शर्ट निकाल कर उसे लहराते हुए ट्रेन के सामने की दिशा में दौडऩे लगा। यह देखकर पास में काम कर रहे गैंगमैन संतोष, नवनीत समेत चार गैंगमेन भी ट्रेन की ओर दौडऩे लगे। करीब एक किमी दौड़ लगाने के बाद सामने से आ रही ट्रेन दिखी। ट्रेन चालक ने हॉर्न बजाया, लेकिन केसरी रंग की शर्ट लहराते देखकर उसने ट्रेन रोक दी, जिससे ट्रेन दुर्घटना टल गई।
घटना की जानकारी मिलते ही नवसारी सेक्शन अभियंता एके चावला, बिलीमोरा रेलवे स्टेशन के अधिकारी, आरपीएफ पीएसआई समेत अन्य अधिकारी एवं स्टाफ मौके पर पहुंच गया। करीब 20 मिनट में पटरी को दुरुस्त कर ट्रेन को रवाना किया गया।
नए ब्रिज के पास टूटी थी पटरी घटना शनिवार सुबह करीब 11 बजे की है। नया ब्रिज जहां बन रहा है उसके पास पटरी टूटी थी। हमारे लोग भी पीछे थे। टूटी पटरी देख शर्ट निकालकर गाड़ी रुकवाने के लिए मैने दौड़ लगा दी। उम्र के कारण ज्यादा तेज नहीं दौड़ पाया, लेकिन मेरे दो साथी मुझसे आगे दौड़कर निकल गए। हमें देखकर ट्रेन रुक गई।
कोलोंजी मुथ्यूू, लाइनमैन बिलीमोरा