इन दिनों आरटीइ के अंतर्गत प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। सूरत में 950 से अधिक स्कूलों में प्रवेश होगा। इनमें कई सीबीएसइ बोर्ड के स्कूल भी हैं। जिन अभिभावकों ने अपने बच्चे के लिए सीबीएसइ स्कूल का चयन किया होगा उन्हें एक माह की पढ़ाई का नुकसान होने वाला है।
क्योंकि सीबीएसइ स्कूलों में परीक्षा पूर्ण होने के बाद एक माह तक नए शैक्षणिक सत्र की पढ़ाई होती है। इसके बाद वेकेशन घोषित किया जाता है। फिर जून में पुन: स्कूल शुरू होती है। तब नए अध्याय से पढ़ाई होती है। गुजरात बोर्ड स्कूल में परीक्षा के तुरंत बाद वेकेशन होता है। जून में जब स्कूल खुलते हैं तब नए शैक्षणिक सत्र से ही पहला अध्याय पढ़ाया जाता है। इसलिए जिन्होंने सीबीएसई के लिए आवेदन किया है उन्हें एक माह की पढ़ाई का नुकसान होगा।
आरटीइ के तहत 6 मई से प्रवेश का पहला राउण्ड शुरू होगा। 10 जून से राज्य में नए शैक्षणिक सत्र का आगाज होगा। 10 जून से पहले सभी आरटीइ प्रवेश समाप्त करने की योजना है। लेकिन हर बार किसी न किसी कारण से आरटीइ प्रवेश प्रक्रिया देर तक चलती रहती है। जितनी देर तक प्रवेश प्रक्रिया चलेगी उतना ही विद्यार्थियों की पढ़ाई का नुकसान होगा। जो पढ़ाई छूट जाएगी उसे विद्यार्थियों को ही कवर करना पड़ेगा।
गुजरात बोर्ड के स्कूलों को ध्यान में रख प्रवेश प्रक्रिया
सूरत में ज्यादातर गुजरात बोर्ड के स्कूल हैं, वहीं सीबीएसइ के 50 से अधिक स्कूल हंै। आरटीइ के जो प्रवेश हो रहे हंै वह गुजरात बोर्ड के शैक्षणिक सत्र को ध्यान में रख किए जा रहे हैं। सीबीएसइ के कम स्कूल होने और कम विद्यार्थी प्रवेश लेने के चलते इस पर ध्यान ज्यादा दिया नहीं जाता है। पढ़ाई का जो नुकसान होगा उसे स्कूल को ध्यान में लेना होगा। सूरत में होने वाली प्रवेश की प्रक्रिया गुजरात बोर्ड को ध्यान में लेकर ही किया जाता है।हर्षद कानानी, आरटीइ प्रवेश प्रभारी, सूरत