मनाई वाघबारस
शहर समेत दक्षिण गुजरात में वाघबारस का पर्व रविवार को मनाया गया। सह्याद्री पर्वतमाला के वनवासी अंचल में वनवासियों ने कार्तिक कृष्ण द्वाद्वशी के मौके पर रविवार को वाघदेव की पूजा कर परम्परागत तरीके से वाघबारस का पर्व मनाया। इस मौके पर शहर में भी घरों कीके बाहर रंगोली सजी।
यूं रहेंगे पूजा के योग
धनतेरस के मौके पर सोमवार सुबह 6 बजकर 42 मिनट से 8 बजकर 7 मिनट तक अमृत तथा सुबह 9 बजकर 32 मिनट से 10 बजकर 57 मिनट तक शुभ के चौघडिय़े में पूजा की जा सकेगी। इसके बाद सुबह 11 बजकर 58 मिनट से दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा। दोपहर एक बजकर 47 मिनट से शाम 6 बजकर 2 मिनट तक चर, लाभ, अमृत का चौघडिय़ा व शाम 5 बजकर 50 मिनट से 7 बजकर 37 मिनट तक गोधुलिवेला व रात 10 बजकर 47 मिनट से मध्यरात्रि बाद 12 बजकर 22 मिनट तक लाभ के चौघडिय़े में महालक्ष्मी की पूजा की जाएगी।