कलक्टर संदीप सिंह ने कहा कि लोग प्लास्टिक थैलियों के बजाय जूट, पेपर, कपड़े के बैग प्रयोग करें, यही इसका मकसद है। दमणगंगा नदी में बढ़ते प्रदूषण को लेकर पूर्व सांसद डाह्याभाई पटेल की चिंताओं के बारे में पूछे जाने पर कलक्टर ने कहा कि पड़ोसी राज्य के उद्योगों के प्रदूषित पानी पर लगाम लगाने के लिए जीपीसीबी, सीइटीपी के साथ समन्वय बनाकर काम किया जा रहा है। दमण के रसायनयुक्त पानी के डिस्चार्ज वाले उद्योगों को ईटीपी और एसटीपी संयंत्र लगाने को कहा गया है। ऐसे उद्योगों को तो अनिवार्य रूप से ईटीपी लगाने की हिदायत दी गई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में दमणगंगा नदी के जल प्रदूषण को नियंत्रित कर लेंगे ।
खोजा सोसायटी में पौधारोपण विश्व पर्यावरण दिवस पर दमण खोजा समाज के स्काउट गाइड विंग ने पौधारोपण किया। खोजा सोसायटी में आयोजित कार्यक्रम में नगरपालिका अध्यक्ष शौकत मिठानी के नेतृत्व में सोसायटीवासियों और स्काउट गाइड के कार्यकर्ताओं ने गड्ढ़े खोदकर पौधे लगाए और पानी से सींचा। खोजा सोसायटी एवं नगर पालिका के अध्यक्ष शौकत मिठानी ने कहा कि पर्यावरण के लिए पौधे लगाने की जरूरत है। खोजा समाज स्काउट एंड गाइड विंग ने उपस्थित लोगो को ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभाव बताए।
पौधारोपण कर मनाया पर्यावरण दिवससिलवासा. पर्यावरण दिवस पर मंगलवार को जगह-जगह पौधारोपण के कार्यक्रम आयोजित हुए। वन विभाग के अधिकारियों ने पिपरियां जंक्शन पर रिंग रोड किनारे पौधे लगाए। वन अधिकारी दिनेश कनन, अश्विन पी ने पौधे लगाकर पर्यावरण बचाव का संदेश दिया। विभिन्न विस्तार से आए वनपालकों ने लोगों को वनों का महत्व बताया। इस अवसर पर दिनेश कनन ने कहा कि पेड़ प्रकृति और जलवायु को संतुलित रखकर प्राणियों को जीवनदान देते हैं। सृष्टि में हरियाली कम होने से जलवायु
तंत्र बिगड़ गया है।
लॉयंस क्लब ऑफ सिलवासा चैरिटेबल ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने लॉयंस शौक्षणिक ग्राउंड के चारों ओर पौधे लगाए। चेयरमैन फतेहसिंह चौहान ने विद्यार्थियों को पौधे लगाने का संकल्प दिलाया। शिवप्रकाश मेमोरियल स्कूल में विद्यार्थियों ने पौधारोपण करके पर्यावरण संरक्षण का वचन लिया। स्कूल प्राचार्या प्रमिला उपाध्याय ने बताया कि पेड़ धरती के कवच हैं। इनकी रक्षा करना हमारा धर्म है। दानह पीस ऑफ इंडिया, मसाट ग्राम पंचायत तथा प्रेस के प्रतिनिधियों ने मसाट आंगनवाड़ी पर पौधारोपण का कार्यक्रम रखा। कार्यक्रम में अभिभावकों को वृक्षों के बचाव व प्रकृति की सुरक्षा के गुर समझाए।