शनिवार से सक्रीय मानसून सक्रिय के दौरान धूप-छांव के बीच बारिश का खेल चालू है। दिन में बादल हल्के-हल्के बरसे। बारिश के कारण नदी नालों के जलस्तर में वृद्धि हुई है। रखोली, कराड़ होते हुए अथाल में दमण गंगा पूरजोर बहने लगी है। खानवेल विस्तार के कौंचा, दुधनी, खेरड़बारी, बिलदरी, अंबाबारी, रूदाना, शेल्टी, गोरातपाड, वेलुगाम, डोलारा में जमकर वर्षा हुई, जिससे खेतों में पानी भर गया। शाम तक 28 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। किसानो की मान्यता है कि मानसून में रक्षाबंधन तक अच्छी वर्षा होती है। भाद्रपद माह में मानसून की कोई गारंटी नहीं रहती है। इस बार बारिश के कारण खरीफ की फसलों को फायदा हुआ है। खेतों में फसलों के साथ पशुओं की घास भी हरी हो गई है। मानसून की बौछारों से खेतों की छंटा रंग बिखेर रही है। खेतों में लहलहाती फसलों को देख किसान प्रसन्न नजर आ रहे हैं।