हादसे में नवागाम डिंडोली अंबिकानगर दो निवासी यशंवत खेतेश्वर पोनीकर, उसके बेटे भावेश और भतीजे भूपेंद्र की मौत हो गई थी, जबकि दूसरा बेटा साहिल घायल हो गया था। मृतक के परिजन और समाज के लोग गुरुवार को स्मीमेर अस्पताल पहुंचे तथा प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने लगे। उन्होंने सिटी बस ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई तथा मृतक के परिजनों को मुआवजे की मांग की।
महापौर डॉ. जगदीश पटेल और विधायक संगीता पाटिल परिजनों को सांत्वना देेने स्मीमेर अस्पताल पहुंचीं। उन्होंने प्रशासन से अधिक से अधिक मुआवजा दिलवाने का भरोसा दिया। बीआरटीएस सिटी लिंक की तरफ से मृतकों को दो-दो लाख रुपए देने की जानकारी मिली है। महापौर फंड से भी मृतकों के परिजनों को मुआवजे के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है। दोपहर बाद प्रशासन से आश्वासन मिलने के बाद परिजनों ने तीनों मृतकों के शव स्वीकार किए। स्मीमेर अस्पताल में विरोध प्रदर्शन को लेकर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी थी।
डिंडोली में पुलिस तैनात, बस सेवा भी बंद रही सूरत. डिंडोली रेलवे ओवरब्रिज पर बुधवार के हादसे के बाद लोगों के आक्रोश को देखते हुए गुरुवार सुबह क्षेत्र में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। मनपा प्रशासन की ओर से दोपहर तक इस रूट पर चलने वाली बस सेवा भी रोक दी गई। दोपहर बाद पुलिस बंदोबस्त हटा लिया गया और बस सेवा भी शुरू कर दी गई। हादसे के बाद आक्रोशित लोगों ने सिटी बस सेवा बंद करने और रेलवे फाटक खोलने की मांग के साथ बुधवार शाम क्षेत्र में रैली निकाली थी।
बस चालक को लाजपोर जेल भेजा नवागाम-डिंडोली रेलवे ब्रिज हुए हादसे के आरोपी बस चालक रोशन धर्मराज (26) को पुलिस ने गुरुवार को अदालत में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में लाजपोर जेल भेज दिया गया। मामले की जांच कर रहे पुलिस उप निरीक्षक जे.आर.बलात नेे बताया कि बस और यशवंत की मोटर साइकिल के बीच टक्कर के दौरान चपेट में आई एक अन्य मोटर साइकिल के चालक का बयान दर्ज करने की कवायद चल रही है। वह हादसे का चश्मदीद है। गुरुवार को लोगों के आक्रोश के कारण अधिक छानबीन नहीं हो पाई। हादसे के वक्त आसपास मौजूद लोगों की जानकारी जुटा कर उनके बयान दर्ज करने के प्रयास किए जा रहे हैं।