उधना पंचनाथ सोसायटी निवासी हंसा दिनेश देवीपूजक (32) को बुधवार को देर रात दो बजे प्रसव पीड़ा शुरू होने पर परिजनों ने 108 एम्बुलेंस को घटना की जानकारी दी। इमटी विशाल पडसाल और पायलट नरेश बारिया 108 एम्बुलेंस लेकर मौके पर पहुंचे। पंचनाथ सोसायटी के नजदीक झोपड़ी में रहने वाली हंसा को तेज प्रसव पीड़ा हो रही थी। इएमटी विशाल को लगा कि अस्पताल ले जाने के पहले नवजात का जन्म हो जाएगा। वहीं झोपड़ी में एक बूढ़ी महिला दीपक लेकर रोशनी दिखाने का प्रयास कर रही थी।
विशाल ने तुरंत नरेश को मोबाइल का फ्लैश लाइट चालू करने को कहा। इसके बाद वह एम्बुलेंस से जरूरी सामग्री लेकर झोपड़ी में पहुंच गया। विशाल ने झोपड़ी में ही फ्लैश लाइट की रोशनी में नवजात का जन्म करवाया। विशाल ने बताया कि नवजात का सिर फंस गया था और गले में नाल लिपट गई थी। लेकिन, ट्रेनिंग में मिले अनुभव के सहारे उसने क्लिप की मदद से दोनों तरफ की नाल को क्लैम्प किया और सावधानी से बच्चे का सिर निकालते हुए नॉर्मल डिलिवरी करवाई। एम्बुलेंस में नवजात की हालत नाजुक होने पर उसे एम्बुलेंस के हेलोजन लैम्प के नीचे रखा और बाद में अस्पताल पहुंचाया।
इसके बाद उसने नवजात बच्ची की प्राथमिक जांच की। इसमें बच्ची को श्वास लेने में तकलीफ तथा धडक़न कम होने बच्ची को एम्बुलेंस में ही लैम्प के नीचे रख उसका उपचार दिया। इसके बाद पायलट नरेश दोनों को स्मीमेर अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां इमरजेंसी विभाग में महिला व नवजात बच्ची को प्राथमिक उपचार दिया गया।