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सूरत

अन्य भाषाभाषी स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति का विरोध

हंगामी रही सामान्य सभा, विपक्ष ने उठाया शिक्षकों की नियुक्ति का मुद्दा, पर प्रांतीयभाषी स्कूलों में पर प्रांतीय अध्यापकों की नियुक्ति पर आप ने जताया ऐतराज, कैंसर अस्पताल के लिए एफएसआइ पर भी किया विरोध, सडक़ के चौड़ीकरण के प्रस्ताव पर फाड़े पन्ने

सूरतSep 27, 2021 / 09:34 pm

विनीत शर्मा

अन्य भाषाभाषी स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति का विरोध

अन्य भाषाभाषी स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति का विरोध

सूरत. मनपा की सोमवार को हुई सामान्य सभा में आम आदमी पार्टी ने जिन मुददों पर ऐतराज जताया, सत्तापक्ष ने सिलसिलेवार उनका जवाब देकर विपक्ष के आरोपों को भोंथरा कर दिया। स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति का मामला हो या फिर कैंसर अस्पताल के लिए एफएसआइ देने का मामला हो विपक्ष को इस बार सत्तापक्ष के तीखे तेवरों का सामना करना पड़ा। लंबे अंतराल के बाद पहली बार सत्तापक्ष ने विपक्ष को बैकफुट पर धकेल दिया। विपक्ष के हंगामे के बीच एजेंडे के प्रस्तावों को पारित कर दिया गया।
मनपा बोर्ड की सोमवार को हुई सामान्य सभा हर बार की तरह इस बार भी खासी हंगामाखेज रही। कई मामलों पर विरोध के बीच मनपा में विपक्ष आम आदमी पार्टी पार्षदों ने सदन में कागज फाडऩे तक की कार्रवाई की। चर्चा के दौरान विपक्ष ने आरोप लगाया कि शिक्षकों की नियुक्तियों में परप्रांतीयों को ही जगह दी गई है। परप्रांतीय शिक्षकों की ही नियुक्ति के आरोप पर सत्तापक्ष के कई पार्षदों ने विपक्ष को निशाने पर लिया। सत्तापक्ष ने साफ किया कि मनपा विभिन्न अन्य भाषाभाषी लोगों के लिए उनकी भाषा में स्कूलों का संचालन करती है। इन स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए उन्हीं भाषाओं के जानकार लोगों को नियुक्ति दी जा सकती है।
पिछले दिनों महावरी हॉस्पिटल के लिए एफएसआइ की अनुमति का भी विपक्ष ने विरोध किया। सत्तापक्ष से स्थाई समिति प्रमुख परेश पटेल ने साफ किया कि महावीर हॉस्पिटल ट्रस्ट हॉस्पिटल के ऊपर ही कैंसर अस्पताल का निर्माण कराने जा रहा है। इसका लाभ शहर के लोगों को ही मिलेगा। इसे देखते हुए ही एफएसआइ दी गई है। इस मौके पर परेश ने साफ किया कि ट्रस्ट पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के समय से चल रहा है और चिकित्सा क्षेत्र में शहर के लोगों को इसका फायदा मिल रहा है। विपक्ष के एतराज पर उन्होंने का कि शहर में सेवा दे रहा कोई दूसरा पुराना ट्रस्ट भी इस तरह की सहूलियत मांगता है तो प्रशासन उस पर विचार करेगा।
भविष्य की जरूरतों पर भी ऐतराज

सोहम सर्कल पर अलथाण से भीमराड तक कैनाल रोड पर मेट्रो का रूट आना है और यहां से एक रास्ता खजोद स्थित ड्रीम सिटी के लिए भी जाएगा। आने वाले दिनों में इस रास्ते पर ट्रैफिक का दबाव बढऩा तय है। भविष्य की जरूरत को देखते हुए सामान्य सभा के एजेंडे में सोहम सर्कल के पास अलथाण से भीमराड तक कैनाल रोड को चौड़ा करने के दो प्रस्ताव शामिल किए गए थे। विपक्ष ने इस प्रस्ताव का विरोध करते हुए कहा कि मौके पर पर्याप्त चौड़ी सडक़ है और फिलहाल इसके एक्सपेंशन की जरूरत नहीं है। सत्तापक्ष ने साफ किया कि फिलहाल भले जरूरत न हो लेकिन आने वाले दिनों में इस रास्ते पर टै्रफिक का दबाव बढऩा तय है। इसे देखते हुए अभी से प्लानिंग की जरूरत है। प्रस्ताव के विरोध में विपक्ष ने सदन में कागज फाड़ दिए। स्थिति बिगड़ती इससे पहले ही एजेंडे के प्रस्तावों को मंजूरी देकर सामान्य सभा की कार्रवाई संपन्न कर ली गई।
गिरा संशोधन प्रस्ताव

महावीर अस्पताल को एफएसआइ के मामले को लेकर विपक्ष ने मत विभाजन की मांग की थी। मत विभाजन में विपक्ष का प्रस्ताव औंधे मुंह गिर गया। जानकारों के मुताबिक आप पार्षद शिक्षकों की नियुक्ति के मामले पर भी मतदान के मूड में थे, लेकिन तकनीकी चूक के कारण् समय पर इसे पीठ को नहीं दे पाए और शिक्षण समिति पर मतदान नहीं हुआ।
चौमाल ने सौर ऊर्जा के लिए मांगा सहयोग

शून्यकाल में बोलते हुए पार्षद विजय चौमाल ने सौर ऊर्जा का मुददा उठाते हुए पार्षदों से अपने क्षेत्र में इस दिशा में काम करने की अपील की। चौमाल ने बताया कि वे अपने क्षेत्र में रो हाउस और सोसायटियों में जाकर लोगों को सौर ऊर्जा के इस्तेमाल के लिए प्रेरित कर रहे हैं। कई लोगों ने इस दिशा में सकारात्मक सहयोग का आश्वासन भी दिया है। उन्होंने कहा कि सभी पार्षद इस दिशा में अपने क्षेत्र में काम करें तो पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता कम होगी और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में हम आगे बढ़ सकेंगे।
फिर हुई किलेबंदी

शिक्षण समिति चुनाव के बाद से ही मनपा प्रशासन सामान्य सभा को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरतता आ रहा है। बीते लंबे अरसे से सामान्य सभा से पहले पूरी मुगलीसराय को किले में तब्दील कर दिया जाता है। सोमवार को भी मनपा मुख्यालय में कड़ी सुरक्षा के बीच लोगों को अंदर आने दिया जा रहा था। मुख्यालय में प्रवेश के लिए पहचान पत्र की अनिवार्यता को इस बार भी कायम रखा गया।
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