नया शैक्षणिक सत्र जून 2018 में शुरू होगा। जूनियर केजी से पहली कक्षा तक प्रवेश के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शहर के ज्यादातर स्कूलों ने प्रवेश फॉर्म का वितरण शुरू किया है। देर रात से ही अभिभावक फॉर्म के लिए स्कूल के बाहर खड़े हो रहे हैं। ज्यादातर स्कूलों में प्रवेश फॉर्म के लिए शुल्क वसूला जा रहा है। जूनियर केजी और सीनियर केजी के फॉर्म के लिए 100 से 500 रुपए तथा कक्षा एक के फॉर्म के लिए 1000 रुपए तक लिए जा रहे हैं। अलग-अलग स्कूलों में यह शुल्क अलग-अलग है। स्कूलों में सीटें सीमित हैं, लेकिन फॉर्म कितने वितरित किए जाएंगे, इसकी कोई सीमा नहीं है। प्रवेश नहीं मिलने पर फॉर्म का शुल्क वापस नहीं किया जाता। जाहिर है कि फॉर्म वितरण भी स्कूलों की कमाई का बड़ा जरिया है।
कोई नियम नहीं
स्कूल प्रवेश फॉर्म को लेकर किसी तरह का नियम नहीं होने से नहीं संचालक मन मुताबिक शुल्क वसूल रहे हैं। अभिभावक एक से अधिक स्कूल का प्रवेश फॉर्म ले रहे हैं। ऐसे में हरेक अभिभावक को 1000 से 5000 रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं।
‘संगठित समाज रोजगार और शिक्षा के क्षेत्र में बढ़े आगे’
विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय पदाधिकारियों के सूरत आगमन मौके पर मंगलवार सुबह उनका सारोली में विप्र गौरव भवन में आयोजित समारोह में सम्मान किया गया। इस मौके पर विप्र फाउंडेशन सूरत जोन-15 की नई कार्यकारिणी की औपचारिक घोषणा भी की गई।
समारोह में विफा के राष्ट्रीय समन्वयक सुशील ओझा ने कहा कि संगठित समाज शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में आगे बढक़र कार्य कर सकता है। देशभर में विप्र समाज संगठन के भाव को महत्व देते हुए इस दिशा में आगे बढ़ रहा है। समारोह में विप्र फाउंडेशन सूरत जोन-15 की नई कार्यकारिणी तथा विप्र युवा संगठन की घोषणा विफा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और गुजरात प्रभारी धर्मनारायण जोशी ने की। जोशी ने कहा कि समाज बंधुओं को व्यक्तिगत और राजनीतिक स्वार्थों से ऊपर उठकर संगठन के विकास तथा राष्ट्र के उत्थान के लिए काम करना चाहिए।
राष्ट्रीय संयोजक किशन शर्मा ने बड़ों के निर्देश का पालन करने तथा संगठन के प्रति आस्था तथा समर्पण की भावना से सेवा करने पर जोर दिया। समारोह में विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय महामंत्री भरतराम तिवाडी ने मातृशक्ति के संगठन पर जोर देते हुए कहा कि महिलाओं एवं युवाशक्ति को आगे बढक़र समाज में सेवा कार्य के साथ रचनात्मक कायक्रम करते हुए अपने संगठन को मजबूत एवं सशक्त बनाना चाहिए।
समारोह में कोलकाता, ओडिशा, राजस्थान एवं अहमदाबाद से भी विप्र अग्रणियों की विशेष उपस्थिति रही। समारोह में सूरत के समस्त स्वजाति ब्राह्मण समाज के प्रमुख जन और बड़ी संख्या में युवाशक्ति मौजूद रही।
विप्र बंधुओं ने जय परशुराम के जयकारे तथा तालियों से नई कार्यकारिणी का समर्थन किया और आगे की योजनाओं पर चर्चा की गई। सूरत जिला इकाई अध्यक्ष घनश्याम सेवग ने आभार प्रकट किया।