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सूरत

रेडियोग्राफी टेक्नीशियन और हेड नर्स कोरोना मुक्त होकर फिर जुटे मरीजों की सेवा में

– टेलर दंपत्ति की सात जुलाई को आई थी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव

सूरतAug 03, 2020 / 10:17 pm

Sanjeev Kumar Singh

रेडियोग्राफी टेक्नीशियन और हेड नर्स कोरोना मुक्त होकर फिर जुटे मरीजों की सेवा में

रेडियोग्राफी टेक्नीशियन और हेड नर्स कोरोना मुक्त होकर फिर जुटे मरीजों की सेवा में

सूरत.

शहर में कोरोना मरीजों को ठीक करने वाले फ्रंट फाइटर डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ समेत अन्य मेडिकल स्टाफ भी पॉजिटिव आ रहे है। ऐसे में स्मीमेर अस्पताल में नियुक्त एक डॉक्टर दंपत्ति को ड्यूटी के दौरान कोरोना पॉजिटिव आया। पन्द्रह दिन उपचार लेने के बाद वे स्वस्थ हुए और फिर से कोरोना मरीजों के इलाज में जुट गए। फ्रंट फाइटर ये कोरोना वॉरियर्स दंपत्ति समाज के लिए प्रेरणा बने हैं।
मूल नवसारी और फिलहाल सूरत में रांदेर उगत रोड में रहने वाले विकास टेलर (54) स्मीमेर अस्पताल में रेडियोग्राफी टेक्नीशियन है। जबकि उनकी पत्नी रेखा विकास टेलर हेड नर्स के तौर पर कार्यरत है। सात जुलाई को विकास और रेखा की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। विकास ने कहा कि हम दोनों में एक साथ कोरोना के लक्षण दिखाई दिए थे। टेस्ट करवाने पहुंचे तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई और कोविड-19 अस्पताल में भर्ती किया गया। स्मीमेर अस्पताल के साथी डॉक्टरों के इलाज के बाद वे दोनों स्वस्थ हुए। 21 जुलाई को उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई और दोनों घर लौट गए थे। दो दिन होम आइसोलेशन में रहने के बाद 24 जुलाई से फिर ड्यूटी ज्वॉइन की है।
रेखा ने कहा कि कोरोना से लडऩे के लिए डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ सौ प्रतिशत योगदान दे रहे हैं। उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो उनके पास घर में रहकर इलाज लेने का विकल्प मौजूद था, लेकिन घर में बुजुर्ग सास और घर के अन्य सदस्यों को संक्रमण न फैले इसलिए वह अस्पताल में भर्ती हो गए। रेखा का पुत्र भी स्मीमेर अस्पताल में मेल नर्स है और कोविड-19 हॉस्पिटल में ड्यूटी कर रहा है।

एलोपैथी के साथ काढ़ा भी

स्वस्थ हुई रेखा ने कहा कि कोरोना मरीजों की सेवा और इलाज नैतिक कर्तव्य है। स्मीमेर अस्पताल में इलाज के दौरान एलोपैथी के साथ आयुर्वेदिक औषधीय पदार्थ, काढ़ा का सेवन शुरू किया। डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ की लगातार मॉनिटरिंग से उनकी तबीयत में जल्दी सुधार हो गया।
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