केन्द्र सरकार के जीएसटी और नोटबंदी जैसे बड़े फैसलों से हुए नुकसान और व्यापार पर पड़े असर के बारे में जानकारी भी हासिल की। व्यापार से जुड़े सभी लोगों ने बताया कि सरकार के दोनों निर्णयों की मार सबसे ज्यादा सूरत के कपड़ा और हीरा उद्योग पर पड़ी। लंबे समय तक इसके लिए विभिन्न उद्योगों ने आंदोलन भी चलाया, लेकिन उनकी मांग को अनसुना कर दिया गया।
आपको बता दें कि गत 3 नवम्बर को वराछा के जलक्रांति मैदान में जनसभा के दौरान राहुल गांधी ने घोषणा की थी कि वे व्यापारी-उद्यमियों की मुश्किलें सुनने और समझने के लिए 8 नवम्बर को दोबारा सूरत आएंगे। वादे के मुताबिक बुधवार सुबह दस बजे राहुल सूरत पहुंच गए।
सूरत में चीन को टक्कर देने की क्षमता
शाम को राहुल गांधी ने संजीव कुमार ऑडिटोरियम में आयोजित परामर्श कार्यक्रम में सूरत के उद्यमियों से संवाद किया। हीरा, कपड़ा, फर्टिलाइजर्स, कृषि आदि उद्योगों से जुड़े व्यापारियों ने नोटबंदी, जीएसटी सहित केन्द्र और राज्य सरकार के फैसलों से सामने आ रही परेशानियों के बारे में बातचीत की। राहुल ने कहा कि कपड़े और हीरा व्यापार के बूते सूरत अकेला ही चीन को चुनौती दे सकता है। उनके बराबर युवाओं को रोजगार दे सकता है। राहुल ने सभी समस्याओं को केन्द्र सरकार के सामने मजबूती से रखने का आश्वासन दिया।
खमण-फाफड़े का लिया जायका
विभिन्न उद्योगों में घूमने के दौरान राहुल गांधी ने सूरत के खमण और फाफड़े का जायका भी लिया। बीच में ही वे एक दुकान पर रूक गए और जलेबी का स्वाद भी लिया, चाय पी। उनके साथ गुजरात प्रभारी अशोक गहलोत , पूर्व केन्द्रीय मंत्री तुषार चौधरी समेत कांग्रेस सभी पदाधिकारी मौजूद थे।
सूरत में बुधवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने लूम कारखाना, डाइंग मिल, हीरा कारखाना, हैंडमेड प्रिंटिंग यूनिट, कपड़ा मार्केट से लेकर एम्ब्रॉयडरी कारखाने तक का दौरा कर उद्यमियों व श्रमिकों की मुश्किलें जानी।
चुनाव में याद आ गए व्यापारी-समस्याएं
चुनाव की घोषणा होते ही भाजापा और कांग्रेस व्यापारी, उद्यमी और श्रमिकों को अपने पक्ष में करने के लिए जुट गई हैं। राहुल गांधी के आने से पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार देर रात रेल मंत्री पीयूष गोयल के साथ व्यापारियों से मुलाकात की उन्हें आश्वास्त किया कि केन्द्र सरकार उनकी हर समस्या के समाधान के लिए कटिबद्ध है। इतना ही नहीं, केन्द्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने भी सूरत के कपड़ा व्यापारियों को दिल्ली बुलाकर उनकी समस्याओं को सुना और गंभीरता से निराकरण की बात कही।
कपड़े और हीरा व्यापार को समझा
सूरत आने के बाद राहुल गांधी सबसे पहले अश्विनी कुमार रोड स्थित लूम कारखाने में पहुंचे। यहां किस तरह यार्न से कपड़ा बुना जाता है, देखा। श्रमिकों तथा कारखानेदारों से बातचीत की। फिर डाइंग मिल, हैंडमेड प्रिंटिंग, एम्ब्रॉयडरी कारखाने में श्रमिकों से बातचीत कर काम को जाना। साडिय़ों पर टिक्की लगाने का काम करने वाली महिलाओं से मुलाकात की और उनसे नोटबंदी और जीएसटी से पड़े असर के बारे में जानकारी ली।