उधर, बाढ़ नियंत्रण केन्द्र ने अब तक शहर में 1000 व खानवेल में 1300 मिमी बारिश रिकॉर्ड की है। रोजाना बारिश के कारण नदियां उफनकर बह रही हैं। चौड़ा, बिन्द्राबीन, अथाल चेकडेम में पानी ओवरफ्लो चल रहे हैं। दादरा, नरोली, किलवणी, रांधा, गलौंडा, दपाड़ा, रखोली, आंबोली, खेरड़ी, सुरंगी, खानवेल, दुधनी, मांदोनी, सिंदोनी, कौंचा में पानी-पानी दिखाई दे रहा हंै। साकरतोड़ पर निर्मित सभी चेकडेम, बांध पानी से डूब गए हैं। मसाट से मेघवाड़ जाने वाली सड़क पानी से टूट गई है। आनंद नगर के पास खानवेल रोड़ पर पानी के तालाब बन गए हैं। खेतों में पानी भरने से किसानों को निराई-गुड़ार्ई में दिक्कत हो रही है। पर्वतीय क्षेत्रों के कई खेतों में खरीफ की बुवाई चल रही है, जहां बारिश ने किसानों के लिए परेशानी खड़ी कर दी है। पहाड़, जंगलों ने हरियाली की चद्दर ओढ़ ली है। दमणगंगा पूरजोर से बह रही है। सहयाद्री पर्वत श्रृखलाओं पर बारिश के चलते डेम में 23519 क्यूसेक की दर से पानी जमा हो रहा है। डेम के 3 गेट दो मीटर तक खुले हैं। डेम अधिकारियों की तयशुदा योजना के अनुसार डेम में एक अगस्त तक जलस्तर 72.0 मीटर तथा 15 अगस्त तक 73.81 मीटर रखना है।