मंगलवार को हुई मतगणना में कांग्रेस एक भी सीट जीतने में विफल रही है। मनपा बोर्ड के 30 वार्ड की 120 सीटों में से एक भी सीट कांग्रेस के खाते में नहीं गई है। यानी इस बार मनपा का बोर्ड कांग्रेस मुक्त रहेगा। इससे पहले वर्ष 1995 में कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। यह भी संयोग है कि दोनों ही मौकों पर भाजपा भी बोर्ड में क्लीन स्वीप नहीं कर पाई है।
वर्ष 1995 में जब कांग्रेस ने सभी सीटों पर शिकस्त खाई थी, भाजपा के पास अवसर बनता दिखा था कि बोर्ड में क्लीन स्वीप होगा, लेकिन उस वक्त एक निर्दलीय प्रत्याशी ने भाजपा की इस उपलब्धि को हासिल करने से रोक दिया था। उस समय प्रकाश देसाई ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीता और क्लीन स्वीप करने से भाजपा को रोक दिया था। उसके बाद इस बार फिर बोर्ड कांग्रेस मुक्त हुआ लेकिन क्लीन स्वीप का मौका भाजपा के हाथ नहीं लगा। कांग्रेस मुक्त बोर्ड में भाजपा को अब आम आदमी पार्टी के निशाने पर रहना होगा।