नवजात को बदलने की गलतफहमी को लेकर शुक्रवार को एक परिवार ने न्यू सिविल अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया। चिकित्सकों के परिवार को बताए बिना नवजात को अन्य विभाग में रैफर करने के कारण गलतफहमी पैदा हुई। परिवार को समझाने के बाद मामला शांत हुआ।
न्यू सिविल अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक कड़ोदरा तातीथैया निवासी अर्चना मनोज जयसवाल ने पांच दिन पहले पुत्री को जन्म दिया था। वजन कम होने के कारण नवजात को न्यू सिविल अस्पताल के एनआइसीयू वार्ड में भर्ती किया गया था। तबीयत बिगडऩे पर चिकित्सकों ने उसे क्रिटिकल विभाग में रैफर कर दिया। इसकी जानकारी उस वक्त परिजनों को नहीं दी गई। शुक्रवार को जब चिकित्सकों ने परिजनों को बताया कि नवजात को क्रिटिकल विभाग में भर्ती किया गया है तो वह मानने को तैयार नहीं थे और नवजात को बदलने का आरोप लगाते हुए उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। बाद में चिकित्सकों ने परिवार को समझाया और उनकी गलतफहमी दूर की।
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