स्कूलों में आम तौर पर विद्यार्थी यस सर या यस मेडम बोल कर उपस्थिति दर्ज करवाते हैं। इसकी जगह गुजरात बोर्ड ने जय हिंद या जय भारत बोल कर उपस्थिति दर्ज कराने का आदेश जारी किया था। जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूलों को इस आदेश के पालन के निर्देश दिए थे। नए साल के पहले दिन शहर की कई स्कूलों ने आदेश का पालन शुरू किया। विद्यार्थियों ने जय भारत और जय हिंद बोल कर उपस्थिति दर्ज करवाने के बाद पढ़ाई शुरू की।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इसका मकसद विद्यार्थियों में छोटी उम्र से देशभक्ति की भावना विकसित करना है। राज्य के शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चूडास्मा का कहना है कि जब वह स्कूल विद्यार्थी थे, विद्यार्थियों के लिए उपस्थिति दर्ज कराने के लिए जय भारत या जय हिन्द बोलना अनिवार्य था। बाद में स्कूलों ने यह चलन बंद हो गया। राज्य सरकार ने नए साल से इसे फिर शुरू करने का फैसला किया। चूडास्मा ने कहा- ‘विद्यार्थी अपने स्कूल काल में कम से कम दस हजार बार यस सर या यस मैडम बोलता है। अगर इसके बदले वह जय हिन्द या जय भारत बोलेगा तो देशभक्ति की भावना मजबूत होगी।’
अहमदाबाद में हाल ही हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अधिवेशन में यशवंत केलकर अवार्ड विजेता स्कूल शिक्षक संदीप जोशी ने, जो राजस्थान के जालोर जिले के हैं, कहा था कि उनकी स्कूल में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर जय हिन्द या जय भारत कहना शुरू किया गया था, जिसे बाद में पूरे राजस्थान की स्कूलों ने अपनाया। यह पूछे जाने पर कि गुजरात में क्या राजस्थान मॉडल अपनाया जा रहा है, शिक्षा मंत्री चूडास्मा ने कहा कि देश के दूसरे हिस्सों की अच्छी बातों को शिक्षा में अपनाने में कोई हर्ज नहीं है।
गैस सप्लाई ठप
लिंबायत मीठी खाड़ी के पास सूरत महानगर पालिका की ओर से दीवार बनाने के कार्य के दौरान सोमवार रात गैस पाइप लाइन टूट गई। इसके बाद गुजरात गैस कंपनी ने पाइप लाइन को बंद कर दिया। इससे गोड़ादरा, मगोब, लिंबायत और कुंभारिया विस्तार में गैस की सप्लाई ठप है और लोग परेशान हो रहे हैं।