कुछ साल पहले तक मनपा प्रशासन में कलम 45 के पद पर महिलाओं की नियुक्ति टैबू से कम नहीं थी। हालांकि शहर को महिला मनपा आयुक्त का प्रशासन मिल चुका है। महापौर पद पर भी महिलाओं की नियुक्ति सूरत मनपा के लिए अजूबा नहीं थी। लेकिन कार्यपालक अभियंता के पद पर भी महिलाओं की नियुक्ति जोखिमभरा रहता था। बीते कुछ सालों में मनपा में बयार महिलाओं के पक्ष में बहने लगी है। ऑडिट विभाग हो या इंजीनियर और प्रशासनिक विभाग हर मोर्चे पर शीर्ष पदों पर महिलाओं की नियुक्ति ने दूसरी महिलाओं के लिए रास्ता खोल दिया है।
डिप्टी म्यूनिसिपल कमिश्नर पद पर स्वाति देसाई की नियुक्ति के साथ ही इस पद पर भी महिलाओं की नियुक्ति का अवरोध हट गया है। इससे पहले स्वाति ने जब सेक्रेटरी का पद संभाला था, उस वक्त भी मिसाल कायम की थी। स्वाति पहली महिला थीं जो मनपा में इस पद तक पहुंची थीं। डिप्टी म्यूनिसिपल कमिश्नर पद पर नियुक्ति के साथ ही मनपा में इंजीनियरिंग हो या प्रशासनिक विंग हर क्षेत्र में महिलाओं का दखल हो गया है।
सबसे कम उम्र की महिला स्वाति सूरत मनपा की पहली महिला डिप्टी म्युनिसिपल कमिश्नर होने के साथ ही प्रदेशभर में सबसे युवा डिप्टी म्यूनिसिपल कमिश्नर हो गई हैं। 40 पार से पहले यह उपलब्धि इससे पहले संभवतया किसी को नहीं मिली है। साथ ही स्वाति सूरत मनपा में दूसरी सेक्रेटरी हैं, जिन्हें डिप्टी म्यूनिसिपल कमिश्नर बनाया गया है। इससे पहले मनपा सेक्रेटरी रहे प्रदीपसिंह झाला को डिप्टी म्यूनिसिपल कमिश्नर बनाया गया था। अगली व्यवस्था तक स्वाति सेक्रेटरी और ऑडिटर पद की भी जिम्मेदारी संभालेंगी।