उंभेल गांव के सरपंच दर्शन अमृत पटेल और पटवारी जिग्नेश प्रजापति ने ग्राम पंचायत सदस्यों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के अभियान को ध्यान में रख उंभेल गांव ने एक छोटी सी पहल शुरू की है। जिसे ‘दीकरी मारी लक्ष्मी नो अवतार’ योजना का नाम दिया गया है। इसके तहत वर्ष-2019 के दौरान जिस परिवार में बेटी का जन्म हुआ है उनके घर जाकर ग्राम पंचायत के सरपंच और सदस्य परिजनों के मिठाई खिलाते हैं। इसके बाद माता-पिता को चांदी का सिक्का और प्रमाण पत्र भेंट दिया जाता है।
चांदी के सिक्के पर दीकरी मारी लक्ष्मी नो अवतार लिखा गया है। चांदी के सिक्के के लिए 50 फीसदी राशि जनभागीदारी से सूरत के शांति ज्वैलर्स की ओर से दिया जा रहा है। गांव के सरपंच दर्शन पटेल ने बताया कि अभी तक 7 परिवारों में बेटी के जन्म के बाद उनका सम्मान किया गया। यह हमारी छोटी सी पहल है। आगामी दिनों में ग्राम पंचायत की ओर से अन्य योजना भी शुरू की जाएगी। जिसमें गांव में हुए अवसान के दौरान मृतकों की अंतिम संस्कार के लिए परिवार को सहायता देने का विचार चल रहा है।