गुजरात में नशाबंदी के बावजूद ट्रेनों में महाराष्ट्र तथा दमण से बड़ी मात्रा में शराब की खेप सूरत समेत दक्षिण गुजरात के अलग-अलग जिलों में पहुंचाई जाती है। रेलवे पुलिस के डीजी गौतम परमार और वडोदरा रेलवे पुलिस अधीक्षक नीलेश जाजडिया ने ट्रेनों से शराब की खेप लाने वालों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। वडोदरा रेलवे पुलिस एलसीबी निरीक्षक उत्सव बारोट तथा सूरत रेलवे एलसीबी उप निरीक्षक एन.एम. तलाटी ने डिंडोली नवागाम महादेवनगर निवासी बूटलेगर सुनील उर्फ कालू लोटन सदाशिव (24) के खिलाफ पासा के तहत कार्रवाई कर मामले को शहर पुलिस आयुक्त के पास भेजा था। वह मूल रूप से महाराष्ट्र के जलगांव जिले की अमलनेर तहसील का निवासी है।
रेलवे एलसीबी पुलिस ने पासा वारंट इश्यू करवाने के बाद उसे गिरफ्तार किया। उसे पासा के तहत भावनगर जेल भेज दिया गया है। सुनील उर्फ कालू कई साल से शराब की खेप नंदुरबार से सूरत ला रहा था। सूरत शहर पुलिस भी उसके खिलाफ पासा के तहत कार्रवाई कर चुकी है। एक दूसरे मामले में सूरत रेलवे एलसीबी पुलिस के हेड कांस्टेबल गंभीरसिंह धीरुभा तथा कांस्टेबल सुनील कुमार मानसंग को वलसाड स्टेशन पर निगरानी के दौरान वलसाड रेलवे पुलिस थाने में दर्ज एक मामले में फरार चल रहे आरोपी की जानकारी मिली।
वह ट्रेन पकडऩे आया था। उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसका नाम पिन्टू उर्फ चिकनो कालू महेश्वरी (38) है। वह वडोदरा के खारवावाड क्षेत्र में रहता है और मूल रूप से राजस्थान के राजसमंद जिले के धनेरिया गांव का निवासी है।
कॉल डिटेल से मोबाइल चोर पकड़ा वलसाड स्टेशन पर एक महीने पहले एक यात्री का मोबाइल चोरी करने वाले आरोपी को रेलवे एलसीबी पुलिस ने शनिवार को वलसाड स्टेशन से गिरफ्तार कर चोरी का मोबाइल बरामद किया है। उप निरीक्षक एन. एम. तलाटी ने बताया कि वापी गीतानगर निवासी मनोज उर्फ टकलो फूलचंद गुप्ता (20) मूल रूप से उत्तरप्रदेश के जौनपुर जिले का निवासी है। चोरी के बाद उसने फोन बंद कर दिया था, लेकिन बाद में फोन चालू होने पर कॉल डिटेल के आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
सूरत और उधना स्टेशन के पास ज्यादा सक्रिय महाराष्ट्र तथा दमण से आने वाली शराब ट्रेनों से सूरत तथा दक्षिण गुजरात के अलग-अलग जिलों में पहुंचती है। सूरत और उधना स्टेशन के आसपास बूटलेगर ट्रैक के किनारे शराब बेचते दिखाई देते हैं। रेलवे सुरक्षा बल के एक जवान को पिछले दिनों बूटलेगर से रुपए लेने के आरोप में निलम्बित किया गया था। रेलवे एलसीबी पुलिस की इस कार्रवाई से बूटलेगरों में दहशत का माहौल था। सूरत स्टेशन परिसर में करीब दो साल पहले बूटलेगरों के बीच हुए गैंगवार में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।