वीवरों की मौजूदगी में जांच अधिकारियों ने दोनों फर्मो आरएनएस इंटरप्राइज व एडीएस कल्चर के ताले खुलवाएं। इन दोनों फर्मो पर फोगवा ने भी अपने ताले लगाए थे। सूत्रों का कहना हैं कि दोनों फर्मो की दुकानों और गोदामों में बड़ी मात्रा में ग्रे पकड़ा मिला हैं। हालांकि मूल्यांकन की कार्रवाई जारी है।
मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी एवाई बलोच ने बताया कि 198 वीवरों के साथ 17.53 करोड़ की धोखाधड़ी को लेकर ग्लोबल मार्केट स्थित एडीएस कल्चर के संचालक दीक्षित मियाणी, रवि गोहिल, अजीम पेेनेवाला, महावीर टापरिया, जीतेन्द्र मांगुकिया, अनस मोतियाणी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
वहीं 50 वीवरों के साथ 3.89 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी को लेकर ग्लोबल मार्केट स्थित आरएनएस इंटरप्राइज के संचालक स्मित छाटबार, जनक छाटबार, अनस मोतियाणी, अजीम पेनेवाला, रवि गोहिल व अश्विन गोहिल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया हैं। एक मामले में आरोपी दलाल जीतेन्द्र को हिरासत में लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। दोनों फर्मो की दुकानें खुलवा कर उनमें मौजूद सामान का आंकलन कर सील करने कवायद चल रही है।
साथ ही अन्य टीमों के जरिए फरार दलालों और आरोपियों की तलाश भी की जा रही है। गौरतलब गुरुवार को कडोदरा स्थित ग्लोबल मार्केट की दो दुकानों को ताले लग गए थे। करीब 14 माह पूर्व ही इन दो दुकानों में तीन फर्मे शुरू की गई थी। दलालों के जरिए वीवरों के साथ कारोबार शुरू किया। शुरू में भरोसा जीत कर बड़े पैमाने पर उधार में माल लिया। जिन वीवरों का पैमेंट फंसा था।
उन्होंने उनके घर और बताए गए कारखानों पर पड़ताल की वहां कोई नहीं मिला। इस पर पीडि़त वीवरों ने फोगवा की बैठक बुला कर अपनी बात रखी। शुरू में ठगी का आंकडा 90 करोड़ का होने की चर्चा थी लेकिन बाद में वीवरों ने गृह राज्यमंत्री से वीडियो कान्फ्रेंस गुहार लगाने के बाद वराछा थाने में दो प्राथमिकियां दर्ज करवाई थी।
——————–