scriptलंबित मांगों को लेकर पटवारियों ने सौंपा ज्ञापन | The memorandum handed over by the Patwaris regarding pending demands | Patrika News
सूरत

लंबित मांगों को लेकर पटवारियों ने सौंपा ज्ञापन

दस सितंबर को काली पट्टी बांधकर करेंगे विरोध

सूरतSep 06, 2018 / 10:35 pm

Sandip Kumar N Pateel

patrika

लंबित मांगों को लेकर पटवारियों ने सौंपा ज्ञापन

नवसारी. नवसारी जिले के पटवारियों ने गुरुवार को उप जिला विकास अधिकारी को ज्ञापन सौंप कर लंबित मांगे पूरी करने की मांग की। जिला पटवारी कम मंत्री महामंडल की ओर से उपजिला विकास अधिकारी प्रिती ठक्कर को ज्ञापन सौंपा।
पटवारियों ने बताया कि कई बार अनुरोध के बाद भी हमारी मंागों को नजरअंदाज किया जा रहा है। सरकार ने मांगों पर सकारात्मक रुख नही ंदिखाया तो आगामी दिनों में विरोध आंदोलन को तेज बनाया जाएगा। इस कार्यक्रम की सूची भी बनाई गई है, जिसके तहत दस सितंबर को काली पट्टी बांधकर विरोध करेंगे, 17 सितंबर को कार्यस्थल पर हाजिर रहकर पेन डाउन विरोध और 29 सितंबर से मास सीएल पर उतरकर दो अक्टूबर को पूरे राज्य में धरना दिया जाएगा।
खेरगाम. नादाई के गुप्तेश्वर महादेव मंदिर में तहसील स्तरीय 69वां वन महोत्सव फॉरेस्ट आफिसर जे.बी. टेलर और मगन वसावा के मार्गदर्शन में तथा जिला पंचायत प्रमुख अमिता पटेल की अध्यक्षता में मनाया गया।

भाजपा तालुका प्रमुख चुनी पटेल ने वृक्षों का महत्व बताते हुए प्रत्येक व्यक्ति से एक पौधा लगाने की अपील की। उन्होंने कहा कि पौधा लगाने के बाद उसका जतन भी करना चाहिए। जिला प्रमुख अमिताबेन पटेल ने कहा कि देश में जनसंख्या बढ रही है लेकिन, पेड़ कम हो रहे हैं। प्रत्येक व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए पौधे लगाकर उसकी देख रेख करनी उन्होंने अपील की। मंदिर के आसपास और मार्ग के किनारे वन विभाग के अधिकारी और अतिथियों की ओर से पौधे लगाकर उनके जतन का संकल्प लिया गया। इस अवसर पर तालुका पंचायत प्रमुख संगीता नायक, जिला पंचायत सदस्य गुणवंती राजेश पटेल, सरपंच राकेश पटेल समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण और विद्यार्थी उपस्थित थे।
वेतन नहीं मिलने पर श्रमिकों ने किया हंगामा

खेरगाम. वेतन नहीं मिलने से नाराज गुंदलवा जीआइडीसी की एक कंपनी के श्रमिकों ने गुरुवार को कंपनी के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। बताया जा रहा है कि यहां की रूथिनियम ग्रुप कंपनी श्रमिकों को समय पर वेतन नहीं दे रही, जिससे गुरुवार को श्रमिक कंपनी से बाहर निकल आए और सडक़ पर बैठकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। श्रमिकों ने आरोप लगाया कि पिछले साल भी विरोध करने पर कंपनी के संचालकों की ओर से वेतन बढ़ाने का आश्वासन दिया था, लेकिन वेतन तो नहीं बढ़ा अब समय पर भी वेतन नहीं मिल रहा। श्रमिकों ने श्रम विभाग के अधिकारियों की कंपनी के संचालकों से मिलीभगत होने का भी आरोप लगाया।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो