नवरात्र की तैयारियां जारी हैं। इसके लिए गरबा पांडाल बनाए जा रहे हैं। प्रदेश के गांव-गांव में गरबा मंच व मां दुर्गा के मंदिर सज गए हैं। आदिवासी बाहुल्य रांधा, किलवणी, गलौंडा, आंबोली, खानवेल, रूदाना, खेरड़ी, दुधनी में भी बड़े स्तर पर गरबा व डांडिया रास खेले जाएंगे। नवरात्र महोत्सव के दौरान पुलिस का सुरक्षा और यातायात व्यवस्था पर खास ध्यान रहेगा। थानाधिकारी के बी महाजन ने बताया है कि आयोजकों को कलक्टर कार्यालय से अनुमति लेना आवश्यक है। गरबा डांस के दौरान आयोजकों को शांति एवं सद्भावना का वातावरण बनाए रखना होगा। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार रात 10 बजे बाद लाउड स्पीकर के इस्तेमाल की स्वीकृति नहीं है। सोसायटियों में भी गरबा पांडालों के लिए अनुमति लेना जरूरी है। विजयदशमी के दिन रावण दहन के लिए अलग से अनुमति लेना होगा। बड़े गरबा एवं डांडिया आयोजकों को व्यवस्था बनाए रखने के लिए वॉलंटियर रखने होंगे। गरबा व डांडिया रास के दौरान मुख्य रोड पर यातायात बाधित नहीं होना चाहिए। गरबा स्थल पर कोई गड़बड़ी या शिकायत मिलती है, तो उसके लिए आयोजक जिम्मेदार माने जाएंगे। आयोजकों को रंगमंच स्थल पर प्राथमिक उपचार किट्स एवं पार्किंग की व्यवस्था करना अनिवार्य है।
वलसाड. वलसाड में हो रही बारिश से गरबा आयोजकों की चिंता बढ़ गई है। पिछले दो दिनों से लगातार बारिश होने से शहर में पानी ही पानी हो गया है। कई इलाकों में पानी भर जाने से आम लोगों को मुश्किल हो रही है। सबसे ज्यादा परेशानी गरबा आयोजकों को हो रही है। नवरात्र की तैयारियां जारी हैं। इसके लिए गरबा पांडाल बनाए जा रहे हैं। कई पांडालों में पानी भर गया है। एक गरबा पांडाल के आयोजक ने बताया कि गरबा के पास भी नहीं बिक रहे हैं तथा मैदान में पानी भर गया है। मैदान गीला रहेगा तो गरबा खेलने वालों को परेशानी होगी। बारिश के कारण शहर की सडक़ों पर गड्ढे हो जाने से आने जाने में परेशानी हो रही है। वाहन पलटने की कई घटनाएं हो चुकी हैं।
वांसदा. नवरात्र और दशहरा पर्व के उपलक्ष्य में शुक्रवार को वांसदा पुलिस ने गरबा आयोजकों के साथ बैठक की। पुलिस जनसेवा केन्द्र में आयोजित बैठक में पीएसआई एचएस वसावा ने नवरात्र महोत्सव तथा दशहरा पर पुलिस बंदोबस्त समेत कानून व्यवस्था बनाए रखने पर मार्गदर्शन दिया। गरबा आयोजकों से पुलिस अनुमति के बाद ही डीजे बनाने तथा मंडप से ट्रैफिक में व्यवधान न होने समेत कई जरूरी सूचनाओं पर अमल की ताकीद की गई। बैठक में हनुमाबारी के पूर्व सरपंच राजू पटेल, मोटी भामटी के पूर्व सरपंच सुरेश पटेल, प्रद्युम्नसिंह सोलंकी, भूपेन्द्र पटेल, बाबू पटेल समेत गरबा के कई आयोजक मौजूद थे।