मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक निजामुद्दीन क्षेत्र में जमात का मुख्यालय कोरोना वायरस के बड़े कैरियर के रूप में उभरा है। इसमें शामिल हुए कई लोगों में या तो कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है, या फिर कोरोना संदिग्ध के लक्षण सामने आ रहे हैं। मामला सामने आने के बाद से देशभर में हड़कंप मचा हुआ है और राज्य सरकारें ही नहीं जिला व शहर प्रशासन भी ऐसे लोगों की सूची तैयार कर रहा है, जो मरकज में शामिल होने के लिए पिछले दिनों निजामुद्दीन गए थे। माना जा रहा था कि भरुच से भी बड़ी संख्या में लोग तबलीगी मरकज में भाग लेने गए होंगे और वापस लौट कर कोरोना के कैरियर साबित होंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
तबलीगी मरकज में भाग लेने के लिए भरुच से एक भी व्यक्ति दिल्ली के निजामुद्दीन नहीं गया। इसके बाद भी भरुच जिला पुलिस दिल्ली पुलिस के संपर्क में है और इस संबंध में जानकारी जुटा रही है। जानकारी के मुताबिक अब तक ऐसा कोई सूत्र हाथ नहीं लगा है जिससे भरुच के किसी व्यक्ति के तबलीगी मरकज मेंं शामिल होने की जानकारी सामने आए। भरुच प्रशासन के लिए यह राहतभरी खबर है कि जब देश की दूसरी जगहों पर ऐसे लोगों की शिनाख्त करने में स्थानीय प्रशासन को पसीने छूट रहे हों, भरुच में शांति है।