पिछला अधिक मास आया था ज्येष्ठ मास में
पं. राजकुमार शास्त्री ने बताया कि दो वर्ष पूर्व 2018 में अधिक मास ज्येष्ठ मास में आया था और उससे पहले 2015 में यह आषाढ़ मास में आया था। अधिक मास जिस माह में आता है वो माह दो बार गिना जाता है। इस बार अश्विन मास दो गिने जाएंगे। इसका नतीजा यह रहेगा कि पहले अधिक मास वाले अश्विन मास में कोई त्योहार-उत्सव नहीं आएगा, लेकिन उसके बाद शुरू होने वाले अश्विन मास से सभी त्योहार और उत्सव मनाए जाएंगे।
नवरात्र 29 सितम्बर 17 अक्टूबर
विजयादशमी 8 अक्टूबर 25 अक्टूबर
कार्तिक स्नान 13 अक्टूबर 31 अक्टूबर
धनतेरस 25 अक्टूबर 12 नवम्बर
दीपावली 27 अक्टूबर 14 नवम्बर
गुजराती नूतनवर्ष 28 अक्टूबर 16 नवम्बर
गोपाष्टमी 4 नवम्बर 22 नवम्बर