रेलवे में ट्रैक का रखरखाव की जिम्मेदारी इंजीनियर विभाग में सीनियर सेक्शन इंजीनियर रेल पथ ऑफिस की होती है। पीडब्लूआई के अधिकारी के अधीन सुपरवाइजर और उनके तहत ट्रैक मैनटेनर की ड्यूटी लगाई जाती है। सूत्रों ने बताया कि सूरत रेलवे कॉलोनी निवासी विजय सिंह मीणा (30) पीडब्लूआई विभाग में ट्रैक मैनटेनर के पद पर कार्यरत था। शनिवार शाम साढ़े छह बजे के करीब विजय ट्रेन नं. 02989 दादर-अजमेर स्पेशल ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। इस घटना के पीछे कुछ दिनों से विजय को टॉर्चर करने के कारण डिप्रेशन में आकर ट्रेन की चपेट में आने से मौत की आशंका जताई गई है। ट्रैक मैनेटनेरों को जब इस घटना की जानकारी मिली तो प्लेटफार्म संख्या एक पर जमा हो गए। उन्होंने अपने विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ काफी देर तक हंगामा किया। कर्मचारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर आरोप लगाया कि सुपरवाइजर ट्रैक मैनटेनरों से खराब व्यवहार करते हैं।
रेलवे में सबसे निचले पायदान पर काम करने वाले कर्मचारी तथा मेहनत सबसे अधिक होने के कारण कई लोग लापरवाही बरतते हैं। पिछले कुछ दिनों से विजय को ड्यूटी करने के बाद भी अनुपस्थित बताए जाने के कारण काफी तनाव मे रहता था। सहकर्मियों ने आरोप लगाया कि सूरत, मुम्बई के सीनियर अधिकारी सुपरवाइजर को ही सही ठहराते हुए ट्रैक मैनटेनरों की जायज मांग को भी अनसुना कर देते है। इसके चलते दूसरे कर्मचारियों में घटना को लेकर रोष व्याप्त हो गया है।