सूरत-मुम्बई फ्लाइंग रानी एक्सप्रेस को उत्कृष्ट परियोजना के तहत अपग्रेड किया गया है। इस रैक का परिचालन सूरत से सोमवार सुबह साढ़े पांच बजे मुम्बई के लिए रवाना किया गया। सूरत डीएमइ राहुल पांडेय, एसएसइ (सी एंड डब्ल्यू) अनिल ठक्कर, अश्विन राणा और रेल कर्मचारी ट्रेन रवाना होने के समय प्लेटफॉर्म पर मौजूद थे। यात्री अपग्रेड कोच देखकर खुश हो गए। पश्चिम रेलवे में राजधानी और शताब्दी एक्सप्रेस के बाद मेल एक्सप्रेस श्रेणी में पहली बार सूरत-मुम्बई फ्लाइंग रानी एक्सप्रेस के एसी चेयरकार कोच में यात्रियों को वाइ-फाइ सुविधा दी गई है।
राजस्थान पत्रिका ने फ्लाइंग रानी एक्सप्रेस के एसी चेयरकार के यात्रियों से बातचीत की। इनमें शामिल अलीशा अरोड़ा ने बताया कि वाइ-फाइ सुविधा बहुत अच्छी है। ट्रेन के गति में रहने के बावजूद कोच में फास्ट वाइ-फाइ नेटवर्क मिलता है। कुछ यात्रियों का कहना था कि डिजिटल युग में डाटा का गलत उपयोग संभव है। इसलिए वाइ-फाइ सुविधा को सिक्योर किया जाना जरूरी है।
डिस्पले लगाना चाहिए यात्रियों के लिए वाइ-फाइ की अच्छी सेवा रेलवे ने शुरू की है। इसकी जानकारी देने के लिए कोच में डिस्पले बोर्ड या स्टिकर लगाना चाहिए। जीतेन्द्र वर्मा, नवसारी सुधार की जरूरत
मुम्बई से वलसाड के सफर के दौरान मैंने एक घंटे से अधिक वाइ-फाइ का उपयोग किया। ट्रेन के गति में रहने पर कभी-कभार वीडियो एक सेकंड रुक कर चलता है। इसमें सुधार की आवश्यकता है।
मोहित दोषी, वलसाड