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सूरत

ढाई वर्ष के मासूम का अपहरण कर नदी में फेंका!

वणेसा में सनसनीखेज वारदात के देर रात तक नहीं मिले सुराग, पुलिस को पिता की कहानी पर संदेह, नदी से मिले बकरियों के शव

सूरतJul 16, 2018 / 09:07 pm

Sandip Kumar N Pateel

patrika

ढाई वर्ष के मासूम का अपहरण कर नदी में फेंका!

सूरत. बारडोली. सूरत जिले की पलसाना तहसील के वणेसा गांव में सोमवार को ढाई वर्ष के मासूम के अपहरण के बाद मींढोला नदी में फेंकने की वारदात ने पुलिस के साथ ग्रामीणों के रौंगटे खड़े कर दिए। दिनभर चले सर्च ऑपरेशन के बाद देर शाम रेस्क्यू और फायर ब्रिगेड की टीम को नदी से दो बकरियों के शव मिले। इसके बाद पुलिस को बच्चे के पिता के बताए घटनाक्रम पर संदेह हुआ और उन्होंने नए सिरे से छानबीन शुरू कर दी।

पुलिस ने बताया कि वणेसा के लुहारफलिया निवासी कृषक निशित राजेश पटेल (35) अपने ढाई वर्ष के पुत्र नींव को गांव में स्थित बालमंदिर विद्यालय में छोडऩे जा रहा था। सुबह ९.१५ बजे स्कूल पहुंचने पर शिक्षिका सुंदर ने कुछ देर बाद बच्चे को छोडऩे को कहा। वह बच्चे को लेकर मांकडेश्वर महादेव मंदिर की तरफ गया तो रास्ते में दो ऑटो रिक्शा में सवार सात लोगों ने कार को रुकवाया। इसके बाद एक रिक्शा में सवार चार लोगों में से दो उतरे और निशित को चाकू दिखाया। तीसरा पिस्टल लेकर उसके सामने खड़ा हो गया। चौथे व्यक्ति ने कार की खिड़की को खुलवाया। इस बीच दूसरे रिक्शा में सवार तीन अन्य लोग उतरे और सीधे कार का दरवाजा खोलकर अंदर आ गए। लुटेरे समझकर निशित ने तत्काल पर्स और मोबाइल उनको थमा दिया। लेकिन आरोपियों ने पर्स को पीछे की सीट पर फेंका और मोबाइल बंद करके कार की डिग्गी में रख दिया। साथ ही उसमें रखी खाली बोरी को निकाला और कार में बैठे नींव को बाहर खींच लिया। निशित ने बच्चे को बचाने के लिए मिन्नतें कीं, लेकिन अपहरणकर्ताओं ने बच्चे को बोरी में बंद किया और रिक्शे की ओर दौड़ गए। निशित ने उनका पीछा किया और बारासड़ी के निकट आकर डिग्गी से फोन निकालकर दोस्त सिग्नेश को पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया। इस दौरान उसने रिक्शों का पीछा भी जारी रखा और बारडोली कोर्ट के पास चिल्लाकर लोगों से मदद मांगी। रिक्शों को रोकने का इशारा किया। इस बीच एक रिक्शा रुका और अपहरणकर्ता ने बोरी में बंद मासूम बच्चे को मींढोला नदी में फेंक दिया और वहां से भाग निकले। निशित ने दौड़कर देखा तो नदी के प्रवाह में उसे बेटे का सिर दिखाई दिया। वहां कोहराम मच गया और भीड़ पुलिया पर एकत्र हो गई। सूचना पर पुलिस, फायर ब्रिगेड और परिजन मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। जानकारी के अनुसार निशित पत्नी ब्रेना और ११ वर्षीय पुत्र नील के साथ रहता है। नील नवसारी के एक हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करता है। निशित के माता-पिता विदेश में रहते हैं। छोटा बेटा नींव दस दिन पहले से स्कूल जा रहा था।
पुलिस को नहीं पच रही अपहरण की कहानी


पुलिस मामले की तह तक जाने के लिए निशित की मोबाइल कॉल डिटेल के अलावा उन सब जगहों के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाल रही है, जहां-जहां से अपहरणकर्ता गुजरे। मामले की जांच के लिए सूरत जिला एसओजी, पलसाना, बारडोली और कड़ोदरा पुलिस की संयुक्त टीम जुट गई है। फिलहाल कोई ठोस कड़ी हाथ नहीं लगी है, पर पुलिस का निशित की बताई गई हकीकत पच नहीं रही है।
दिनभर ढूंढा बच्चे को, नहीं मिला


इधर, बारडोली की फायर ब्रिगेड टीम ने बच्चे की खोजबीन के लिए पूरे दिन सर्च अभियाल चलाया। मींढोला ब्रिज से लेकर पलसाना के मलेकपोर गांव तक उसे तलाशा। इस दौरान बचाव दल को बकरी के दो शव मिले।
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