पैसेंजर ट्रेनों में माल-सामान भेजने के लिए इंजन के पीछे एक-एक एसएलआर कोच लगे रहते हैं। इसके अलावा वीपीएच डिब्बा भी जोड़ा जाता है, जिसमें 20 टन से अधिक पार्सल भेजे जाते हैं। मुम्बई, चर्चगेट के मुख्य सतर्कता निरीक्षक मनोज यादव को सूचना मिली थी कि 12833 अहमदाबाद-हावड़ा एक्सप्रेस में नियमों की अनदेखी कर पार्सल भेजे जा रहे हैं। सूचना के आधार पर वह बुधवार तडक़े सूरत पहुंचे।
उन्होंने सूरत के डिप्टी एसएस आनंद शर्मा तथा रेलवे सुरक्षा बल के हेड कांस्टेबल चम्पालाल पाटिल के साथ अहमदाबाद-हावड़ा एक्सप्रेस की जांच की। इंजन के पीछे लगे असिस्टेंट गार्ड कम ब्रेक वैन में करीब दो टन के पार्सल मिले। इनमें अलग-अलग प्रकार की सब्जियां भरी हुई थीं। अधिकारियों ने सब्जी के 44 पार्सल ट्रेन से उतार लिए और किसी अन्य ट्रेन से इन्हें भेजने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
अधिकारियों ने बताया कि असिस्टेंट गार्ड कम ब्रेक वैन का उपयोग सिर्फ शवों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए किया जाता है। इस कोच में इमरजेंसी ब्रेक भी लगा होता है। कोच में माल-सामान भेजना हो तो उसका वजन एक टन या इससे कम होना चाहिए। प्राथमिक जांच में पता चला कि यह पार्सल वडोदरा स्टेशन के चीफ पार्सल सुपरवाइजर हाफिज खान ने बुक किए थे। उसने कुल 55 पार्सल बुक किए थे, लेकिन 44 पार्सल ही मिले। जांच कर अन्य पार्सलों की जानकारी जुटाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
पश्चिम एक्सप्रेस में 400 किलो ज्यादा पार्सल मिले सूरत स्टेशन के सीसीएमआइ गणेश जादव ने बुधवार को 12926 अमृतसर-बान्द्रा टर्मिनस पश्चिम एक्सप्रेस के पार्सल वैन की जांच की। इसमें 400 किलोग्राम अधिक पार्सल बुक करने की जानकारी मिली। यह पार्सल अमृतसर की एक कंपनी द्वारा बुक किए गए थे। इन पार्सलों को बुक करने वाले अधिकारी के खिलाफ जांच के निर्देश दिए गए हैं।