कोरोना साल में सोशल मीडिया पर कई मैसेज और वीडियो कुछ सेकंड में ही वायरल हो जाते हैं। इसमें कुछ वीडियो सही तो कुछ गलत भ्रम फैलाने वाले निकल रहे हैं । ऐसे ही शहर में कुछ दिनों से एक वीडियो सूरत के न्यू सिविल अस्पताल के नाम से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में आइसीयू में भर्ती एक मरीज को चिकित्सकों ने मृत घोषित किया। इसके बाद परिजन आइसीयू में पहुंचे तो उन्हें लगा कि मरीज जिंदा है। इसके बाद परिजनों के कहने पर स्टाफ ने फिर से वेंटिलेटर को चालू किया। वेंटिलेटर पर रीडिंग आते ही परिजनों ने मरीज को जिंदा बताते हुए चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया।
फेसबुक पर यह वीडियो … देखो, मित्रों सिविल की हालत.. कहकर पोस्ट किया गया है। व्हाट्सएप पर भी यह वीडियो कुछ ग्रुप में वायरल हुआ है। राजस्थान पत्रिका ने वीडियो के संबंध में न्यू सिविल अस्पताल अधीक्षक डॉ. रागिनी वर्मा से सम्पर्क किया। उन्होंने वीडियो देखने के बाद उसे महाराष्ट्र के अस्पताल का वीडियो बताया। उन्होंने कहा कि इस वीडियो का सूरत के न्यू सिविल अस्पताल से कोई लेना-देना नहीं है।