यह प्रोजेक्ट वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय के केमेस्ट्री विभाग के पास बनाया गया है। केमेस्ट्री विभाग के तीन भवनों में बरसात के पानी को स्टोर किया जाएगा। इसके लिए 25 हजार लीटर क्षमता की टंकी बनाई गई है। स्टोर करने से पहले पानी को फिल्टर किया जाएगा। बरसात का पानी छत से सीधा फिल्टर होकर टंकी में जमा हो जाएगा।
केमेस्ट्री विभाग में तरह-तरह के प्रयोगों के लिए पानी की जरूरत होती है। बारिश के मौसम में स्टोर किया गया पानी सालभर इस विभाग की जरूरतें पूरी करेगा। विभाग के तीनों भवनों की पानी की जरूरत भी स्टोर पानी से पूरी की जाएगी।
वीएनएसजीयू डूमस के दरिया किनारे से काफी करीब है। इसलिए इसके और इसके आसपास की जमीन में पानी खारा मिलता है। केमेस्ट्री विभाग के पास बनाए गए बोरवेल में 25 हजार लीटर क्षमता वाली टंकी से पानी उतारा जाएगा, ताकि बोरवेल रिचार्ज होता रहे और भविष्य में इसे उपयोग में लाया जा सके। इस प्रोजेक्ट में सफलता मिलने पर वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय के अन्य विभागों के पास भी बोरवेल रिचार्ज करने की योजना लागू की जाएगी। साथ ही पानी स्टोर करने की टंकी भी बनाइ जाएगी। ताकि बोरवेल रिचार्ज होता रहे और भविष्य में इसे उपयोग में लाया जा सके।
बारिश के दौरान अगर यह प्रोजेक्ट कारगर रहा तो विश्वविद्यालय में कई और जगह ऐसे प्रोजेक्ट स्थापित किए जाएंगे।
किरीट सूरती, एस्टेट विभाग, वीएनएसजीयू