हीरा कारखानों में अवकाश शुरू होने के साथ हीरा श्रमिक अपने गांव रवाना होने लगे हैं। सूरत में रहने वाले गुजरात के अलग-अलग जिलों के गांवों तक जीएसआरटीसी ने अतिरिक्त बसों के संचालन की व्यवस्था की है। सूरत एसटी डिपो द्वारा अलग-अलग बस स्टेशनों से सौराष्ट्र, उत्तर गुजरात, महाराष्ट्र, दाहोद, गोधरा, झालोर, लूणावाडा, पंचमहाल, अमरेली, भावनगर, बोटाद, सावरकुंडला, तलाजा, राजकोट, महुआ, गारियाधार और अहमदाबाद के लिए बसों का संचालन किया जा रहा है। सूरत डिपो से राजस्थान के जयपुर तथा कोटा के लिए चलाई जा रही वॉल्वो बसों को सूरत से यात्री नहीं मिलने की जानकारी मिली है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बसों को हरी झंडी दिखाई वराछा लम्बे हनुमान रोड पर सूरत डिपो के विभागीय कार्यालय में मंगलवार शाम अतिरिक्त बसों के संचालन के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया। जीएसआरटीसी सूरत डिपो के निदेशक संजय जोशी ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य मंत्री कनु कनाणी ने सूरत से अमरेली की पहली बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके बाद भावनगर, सावरकुंडला, महुआ, राजकोट, जूनागढ़ के लिए बसों को रवाना किया गया।
कार्यक्रम में कामरेज के विधायक वी. डी. झालावाडिय़ा, करंज के विधायक प्रवीण घोघारी, डिविजनल ट्रैफिक ऑफिसर डी. एन. रंजीया समेत अन्य स्टाफ मौजूद था। जोशी ने बताया कि 22 से 27 अक्टूबर के बीच एसटी बस डिपो द्वारा गुजरात तथा महाराष्ट्र के अलग-अलग शहरों और गांवों के लिए अतिरिक्त बसों का संचालन किया जा रहा है।
सूरत डिपो के मैनेजर (वॉल्वो) नरेन्द्र शर्मा ने बताया कि सूरत सेंट्रल बस स्टैंड से प्रतिदिन कोटा के लिए शाम तीन बजे तथा जयपुर के लिए शाम 4 बजे 30 सीटर दो वॉल्वो बसें रवाना होती हंै। इन दोनों बसों में 23 से 29 अक्टूबर तक सीट उपलब्ध नहीं है, लेकिन दोनों बसों में सूरत से चढऩे वाले यात्रियों की संख्या दस फीसदी भी नहीं है। इन बसों में सबसे अधिक यात्री वडोदरा और अहमदाबाद बस स्टेशन से सवार होते हैं। सूरत सेंट्रल बस स्टैंड से मंगलवार को जयपुर के लिए रवान हुई वॉल्वो बस में 23 यात्रियों की बुकिंग हुई। इसमें सूरत और कामरेज से एक-एक यात्री ने जयपुर और चित्तौडग़ढ़ के लिए सफर किया, जबकि अन्य 21 यात्रियों ने वडोदरा और अहमदाबाद बस स्टेशन से यात्रा शुरू की।
इसी प्रकार कोटा जाने वाली वॉल्वो बस में मंगलवार को 24 यात्रियों की बुकिंग थी। इसमें सूरत सेंट्रल बस स्टैंड से कोटा के लिए तीन यात्री सवार हुए। इसके बाद अंकलेश्वर, वडोदरा और अहमदाबाद स्टेशन से अन्य 19 यात्रियों ने यात्रा शुरू की। उल्लेखनीय है कि पहले भी सूरत एसटी डिपो द्वारा राजस्थान के अलग-अलग स्टेशनों के लिए बसों का संचालन शुरू किया गया था, लेकिन यात्री नहीं मिलने के कारण उन्हें बंद कर दिया गया था।
निजी ट्रैवल्स ने बढ़ा दिया किराया सूरत में राजस्थान के प्रवासियों की आबादी सात-आठ लाख है। जीएसआरटीसी के अधिकारियों ने बताया कि सहारा दरवाजा के पास निजी टै्रवल्स का बस स्टैंड है। ज्यादातर लोग राजस्थान के अलग-अलग शहरों के लिए इसी जगह से बसों में सवार होते हैं। निजी ट्रैवल्स संचालकों ने त्योहारी सीजन में टिकटों के दाम बढ़ा दिए हैं।