सुबह सर्दी और दोपहर में गर्मी का एहसास
वलसाड. इन दिनों लोगों को सर्दी और गर्मी दोनों ऋतुओं को महसूस कर रहे हैं। सुबह में सर्दी तो दोपहर में गर्मी होने के कारण मौसमी बीमारियां भी पैर पसारने लगी हैं। दिसंबर में शहर में अभी तक सर्दी ने रंग नहीं जमाया है।
गुलाबी ठंडी का सुबह में अनुभव करने के बाद दोपहर होते होते तीखी गर्मी लोगों को परेशान भी कर रही है। दोपहर में बाहर निकलने वाले कई लोग मुंह पर कपड़ा बांधकर निकल रहे हैं। इस तरह के मौसम से सर्दी बुखार के अलावा गई जगहों पर डेंगू के मामले भी सामने आ रहे हैं। दो दिन से सुबह और शाम बंूदाबंादी होने से किसान भी चिंतित हैं।
वलसाड. इन दिनों लोगों को सर्दी और गर्मी दोनों ऋतुओं को महसूस कर रहे हैं। सुबह में सर्दी तो दोपहर में गर्मी होने के कारण मौसमी बीमारियां भी पैर पसारने लगी हैं। दिसंबर में शहर में अभी तक सर्दी ने रंग नहीं जमाया है।
गुलाबी ठंडी का सुबह में अनुभव करने के बाद दोपहर होते होते तीखी गर्मी लोगों को परेशान भी कर रही है। दोपहर में बाहर निकलने वाले कई लोग मुंह पर कपड़ा बांधकर निकल रहे हैं। इस तरह के मौसम से सर्दी बुखार के अलावा गई जगहों पर डेंगू के मामले भी सामने आ रहे हैं। दो दिन से सुबह और शाम बंूदाबंादी होने से किसान भी चिंतित हैं।
गर्मी बढऩे से परेशानी
सिलवासा. दिसम्बर में गर्मी के अहसास से लोग परेशान है। दिसम्बर में इस बार पिछले वर्षों से सर्दी काफी कम है। अक्सर दिसम्बर में रात को पारा 13 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है, लेकिन इस बार शीत ऋतु का एहसास तक नहीं हुआ है। प्रतिवर्ष दीपावली के बाद मौसम में परिवर्तन देखने को मिलता है।
दिसम्बर के शुरुआती दिनों में अधिकतम तापमान 32-33 डिग्री सेल्सियस चल रहा है, वहीं मौसम विभाग ने बीती रात का ताप 19.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया। दिन का तापमान 32 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना हुआ है। सर्दी की कमी से रबी की फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। किसानों के अनुसार गेहूं, जौ, चना, सरसों की फसल में व्यापक वृद्धि नहीं हुई है। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि शीत ऋतु में बारिश नहीं होने से मौसम में ठंडक की कमी बनी हुई है। दिसम्बर और जनवरी में सर्दी रबी की फसल के लिए अमृत का काम करती है।
सिलवासा. दिसम्बर में गर्मी के अहसास से लोग परेशान है। दिसम्बर में इस बार पिछले वर्षों से सर्दी काफी कम है। अक्सर दिसम्बर में रात को पारा 13 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है, लेकिन इस बार शीत ऋतु का एहसास तक नहीं हुआ है। प्रतिवर्ष दीपावली के बाद मौसम में परिवर्तन देखने को मिलता है।
दिसम्बर के शुरुआती दिनों में अधिकतम तापमान 32-33 डिग्री सेल्सियस चल रहा है, वहीं मौसम विभाग ने बीती रात का ताप 19.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया। दिन का तापमान 32 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना हुआ है। सर्दी की कमी से रबी की फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। किसानों के अनुसार गेहूं, जौ, चना, सरसों की फसल में व्यापक वृद्धि नहीं हुई है। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि शीत ऋतु में बारिश नहीं होने से मौसम में ठंडक की कमी बनी हुई है। दिसम्बर और जनवरी में सर्दी रबी की फसल के लिए अमृत का काम करती है।
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