न्यू सिविल अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार उधना शिवाजी नगर निवासी सुभाष बिरेन्द्र तिवारी (२५) को पांच दिन से बुखार था। परिजन उसे मंगलवार दोपहर न्यू सिविल अस्पताल लेकर आए। ट्रोमा सेंटर में प्रवेश करने के दौरान ऑन ड्यूटी सिक्यूरिटी गार्ड तारिक सिद्धार्थ खुर्शीद ने मरीज के साथ सिर्फ एक व्यक्ति को अंदर जाने के लिए कहा। इस बात से नाराज हो सुभाष का भाई सूरज गार्ड से झगड़ा करने लगा। विवाद बढऩे पर ट्रोमा सेंटर के गेट पर लोगों की भीड़ जमा हो गई।
ट्रोमा सेंटर के गेट पर नहीं थी पुलिस न्यू सिविल अस्पताल खटोदरा पुलिस थाने के अंतर्गत आता है। पिछले दिनों हुए विवाद और झगड़े के कारण ट्रोमा सेंटर के मेन गेट पर दो पुलिस जवानों की तैनाती शुरू की गई थी। लेकिन, यह तैनाती कुछ समय तक ही लागू रही। ट्रोमा सेंटर में मंगलवार शाम को मरीज, परिजन और सिक्यूरिटी गार्ड, सर्वेन्ट के बीच हुई लड़ाई के बीच कोई पुलिसकर्मी उनकी मदद के लिए नहीं आया। सीएमओ को पुलिस कंट्रोल रुम में सूचना देकर पीसीआर वान बुलानी पड़ी।
अस्पताल में भटकने से भडक़े परिजन उधना के शिवाजीनगर निवासी सुभाष तिवारी के साथ उसकी मां तथा भाई सूरज तिवारी न्यू सिविल अस्पताल आए थे। सूरज को अस्पताल पहुंचने में देर हो गई थी, इसलिए ओपीडी के समय में उसको उपचार नहीं मिला। इसके बाद उसे किसी ने ट्रोमा सेंटर में केस पेपर के लिए जाने के लिए कहा। सूत्रों ने बताया कि सूरज और सुभाष को इलाज के लिए यहां से वहां दौड़ाया गया जिसके चलते वह नाराज थे। ट्रोमा सेंटर में अंदर जाने से रोकने पर परिजनों ने आपा खो दिया और सिक्यूरिटी गार्ड, सर्वेन्ट से भिड़ गए थे। अस्पताल प्रशासन की ओर से इस मामले में कोई पुलिस रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई गई है।