आयुक्त एम. थेन्नारसन की मौजूदगी में महापौर अस्मिता शिरोया ने मंगलवार को अधिकारियों के साथ कैपिटल कामों का रिव्यू किया। उन्होंने बजट में शामिल बड़े प्रोजेक्ट्स पर चर्चा की तो अधिकारियों ने कई प्रोजेक्ट्स पर बताया कि विभिन्न वजहों से उन पर काम शुरू नहीं हुआ है या फिर उन्हें ड्रॉप कर दिया गया है। महापौर ने अधिकारियों से सवाल किया कि आखिर छोड़े गए प्रोजेक्ट्स पर काम क्यों शुरू नहीं हुआ है।
क्या वजह है कि बजट में शामिल करने के बावजूद प्रोजेक्ट्स को ड्रॉप किया गया। अधिकारियों को अगली बैठक में महापौर के सवालों के जवाब खोजने होंगे। महापौर के रिव्यू के बाद आयुक्त ने अधिकारियों के साथ वित्त वर्ष २०१८-१९ के लिए बजट प्रस्तावों पर चर्चा की।
गौरतलब है कि आयुक्त ने बजट चर्चा के दौरान साफ कर दिया था कि आउटकम बजट के साथ ही बजट में शामिल कैपिटल कामों के लिए कैलेंडर तैयार होगा, जिसमें अधिकारियों को मेंशन करना पड़ेगा कि कौन-सा प्रोजेक्ट कब शुरू होगा और कब पूरा होगा। साथ ही यदि कोई प्रोजेक्ट ड्रॉप किया जा रहा है तो अधिकारियों को उसकी वजह भी बतानी होगी।
को.ऑप. बैंक पर आयकर सर्वे
आयकर विभाग स्क्रूटनी के मामलों का निस्तारण करने के बाद रिकवरी पर जोर दे रहा है। जो करदाता बार-बार नोटिस देने पर भी टैक्स चुकाने नहीं आ रहे हैं, उनके खिलाफ रिकवरी सर्वे की कार्रवाई शुरू की गई है। रेंज-9 के आयकर अधिकारियों ने सोमवार को वराछा के एक कॉ.ऑपरेटिव बैंक में रिकवरी सर्वे किया। इस बैंक के खिलाफ एसेसमेंट में 10 लाख रुपए टैक्स की वसूली बाकी थी। बार-बार नोटिस के बाद भी बैंक की ओर से टैक्स नहीं चुकाया जा रहा था। सोमवार को कार्रवाई के बाद बैंक ने 10 लाख रुपए का चैक दिया। आगामी दिनों में टैक्स नहीं चुकाने वाली अन्य पार्टियों पर भी कार्रवाई की जाएगी।