सूत्रों के अनुसार घोड़दौड़ रोड पर अठवा जोन ऑफिस के पास आदर्श पछात वर्ग सोसायटी के पास निर्माणाधीन बिल्डिंग का स्लैब बुधवार रात आठ बजकर दस मिनट पर ढह गया। लोगों ने तुरंत घटना की जानकारी दमकल विभाग को दी। फायर ऑफिसर राजेन्द्र राजपूत जवानों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। तेजी से राहत कार्य शुरू किया गया। स्लैब का हिस्सा बड़ा होने के कारण उसे कटर या दूसरे साधनों से काटने की कोशिश हो रही है।
घटना की खबर मिलने पर आसपास के लोग भी मदद के लिए पहुंच गए। पुलिस घटनास्थल पर जमा लोगों को नियंत्रित करने में जुटी है। दमकल विभाग ने देर रात तक किसी को बाहर निकाले जाने की सूचना नहीं दी । कॉन्ट्रेक्टर ने बिल्डिंग में कार्य कर रहे सभी श्रमिकों को जमा कर उनकी जानकारी ली। इसमें तीन श्रमिकों की मिसिंग की जानकारी मिली है। दमकल विभाग मलबा हटाकर मजदूरों को तलाशने में जुटा है।
कट और पॉलिश्ड हीरों के निर्यात में बढ़ोतरी
गोल्ड ज्वैलरी का निर्यात भी बढ़ा
अमरीका सहित अन्य देशों में डायमंड ज्वैलरी की मांग बढऩे से कट और पॉलिश्ड हीरों के निर्यात में पिछले साल की अपेक्षा इस साल 29 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।सूरत का हीरा उद्योग निर्यात पर टिका हुआ है। यहां तैयार होने वाले 85 प्रतिशत कट और पॉलिश्ड हीरे अमरीका, यूरोप में निर्यात होते हैं। वहां डिमांड कम होने पर सूरत के हीरा उद्योग पर असर पड़ता है।
मंदी के बाद जनवरी में हीरो का निर्यात बढ़ा है। जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले साल जनवरी में 1617.26 मिलियन डॉलर के कट और पॉलिश्ड हीरों का निर्यात हुआ था। इसके मुकाबले इस साल जनवरी में 2083.02 मिलियन डॉलर के हीरों का निर्यात हुआ। इसके अलावा गोल्ड ज्वैलरी के निर्यात में 67 प्रतिशत का उछाल आया। वर्ष 2017 में 392.95 मिलियन डॉलर के मुकाबले इस साल जनवरी में 655.05 मिलियन डॉलर की गोल्ड ज्वैलरी का निर्यात हुआ।
कलर जेम्स स्टोन के निर्यात में 15 प्रतिशत का उछाल आया, जबकि सिल्वर ज्वैलरी में 42 प्रतिशत और गोल्ड कॉइन में 95 प्रतिशत की कमी आई। हीरा उद्यमियों के अनुसार विदेशों में क्रिसमस वेकेशन समाप्त होने के बाद बाजार खुलने से हीरों की डिमांड बढ़ी है।