सूरत की साइबर क्राइम पुलिस के PSI DM RATHORE ने बताया कि कुछ दिन पूर्व पेटीएम केवाइसी करने के बहाने एक व्यक्ति के साथ धोखाधड़ी हुई थी। उसे फोन करने वाले ने केवाइसी के बहाने एप इंस्टॉल करवा कर उसका मोबाइल हेक कर लिया था। फिर उसके खाते से 40 हजार 174 रुपए अपने अपने ई वॉलेट में ट्रांसफर कर दिए थे।
पीडि़त को इस बारे में पता चलने पर उसने तुंरत पुलिस कंट्रोल रूम के 100 नम्बर पर संपर्क किया। कंट्रोल रूम से पीडि़त की समस्या को लेकर शिकायत मिलने पर उससे व्हॉट्सएप के जरिए शिकायत का फॉर्म भरवा कर जानकारी हासिल की गई। तुंरत पैमेंट गेट वे व ई वॉलेट कंपनी को ईमेल के जरिए सूचना देकर ट्रांजेक्शन फ्रिज करने के लिए कहा गया।
तुंरत कार्रवाई होने से पीडि़त के 36 हजार 285 रुपए बच गए और उसके बैंक खाते में रिफंड हो गए। हालांकि तब तक 3 हजार 889 रुपए शातिर ठग निकाल चुका था। साइबर क्राइम पुलिस के CHIRAG BHAI ने बताया कि साइबर ठगी (CYBER FRAUD) होने पर तुंरत 100 नम्बर पर सूचना दें और फिर संबंधित पुलिस थाने में शिकायत दे। साइबर ठग एटीएम ब्लॉक, केवाइसी, नौकरी, लॉटरी, ऑनलाइन शॉपिंग आदि कई तरिकों से आपकों को अपने जाल में फंसाने का प्रयास करते है। सतर्क रह कर आप इनसे बच सकते हैं।