एडमंटन। डेविस कप में लगातार तीसरे साल भारतीय चुनौती विश्व ग्रुप से पहले ही दम तोड़ गई। पुरुष युगल में भी हार के बाद 1-2 से पिछड़े भारत को उलट एकल में भी राहत नहीं मिली। पहले उलट एकल में रामकुमार रामनाथन की 18 साल के डेनिस शापालोव से हार के साथ ही भारतीय उम्मीदें डूब गईं। 154वीं वरीयता वाले रामकुमार के लिए 51वीं वरीयता वाले शापालोव तगड़ी चुनौती साबित हुए और वे मुकाबला 6-3, 7-6, 6-3 से हार गए। इसी के साथ कनाडा ने विश्व ग्रुप में वापसी कर ली। इसके बाद औपचारिकता रह गए दूसरे उलट एकल में यूकी भांबरी ने ब्रायटन शूनर को 6-4, 4-6, 6-4 से हराया, लेकिन ये बस हार के अंतर को 3-2 में ही बदल पाया।
बोपन्ना और राजा की जोड़ी भी रही फेल इससे पहले रोहन बोपन्ना और पूरव राजा की भारतीय जोड़ी को डेविस कप विश्व ग्रुप प्ले ऑफ के युगल मुकाबले में डेनियल नेस्टर और वासेक पोसपिसिल की कनाडाई जोड़ी से हार का सामना करना पड़ा था। जिससे भारत मेजबान कनाडा से 1-2 से पिछड़ गया। नेस्टर और पोसपिसिल ने यह मैच 7-5 , 7-5, 5-7, 6-3 से जीत कर कनाडा को मुकाबले में बढ़त दिला दी। पहले दिन स्कोर 1-1 से बराबर रहने के बाद उम्मीद थी कि बोपन्ना और राजा भारत को युगल मैच में बढ़त दिलाएंगे, लेकिन भारतीय जोड़ी को दो घंटे 52 मिनट तक चले संघर्षपूर्ण मैच में हार का सामना करना पड़ा। पहले दिन रामकुमार रामनाथन ने पहला एकल जीता था, जबकि युकी भांबरी दूसरे एकल में हार गए थे।
पेस की कमी खली टीम को भारत को इस मुकाबले में लिएंडर पेस के अनुभव की कमी बेहद खली, जिन्हें विवादित तरीके से डेविस कप में युगल मुकाबलों में सबसे ज्यादा जीत का विश्व रिकॉर्ड तोड़ने से मात्र एक मैच करीब होने पर भी बाहर कर दिया गया था। भारतीय टीम के लिए ये खुशकिस्मती थी कि इस मुकाबले के लिए कनाडा के नंबर-1 टेनिस खिलाड़ी मिलोस राओनिक नहीं खेल रहे थे। लेकिन हाल ही में राफेल नडाल सरीखे खिलाड़ी के रोजर्स कप से बाहर का रास्ता दिखा चुके 18 साल के शापालोव भारतीयों के लिए बड़ी चुनौती साबित हो गए।