नहीं मिली थी इस साल फ्रेंच ओपन में सीड-
इसके अलावा उन्हें पहले राउंड में किसी वरीय प्राप्त खिलाड़ी का सामना नहीं करना पड़ेगा। सेरेना ने सितंबर-2017 में बेटी को जन्म दिया था। बेटी के जन्म के काफी दिनों बाद वह फरवरी-2018 में कोर्ट पर उतरी थीं। सेरेना ने कहा, “मुझे लगता है कि यह अच्छा बदलाव है। जो युवा खिलाड़ी हैं वह बिना चिता किए बच्चों को जन्म दे सकती हैं। मेरे हिसाब से यह अच्छा नियम है।”37 साल की विलियम्स को इसी साल फ्रेंच ओपन में सीड नहीं मिली थी। विबंलडन में जरूर वह 25वीं सीड लेने में सफल रही थीं। इस समय वह महिला टेनिस संघ (डब्ल्यूए) रैंकिंग में 16वें स्थान पर है और अगले साल होने वाले आस्ट्रेलियन ओपन में सीड हासिल कर सकेंगी। डब्ल्यूटीए ने नियम में बदलाव इस साल कई खिलाड़ियों से उनके विचार जानने के बाद किया है। इस समय वर्ल्ड नंबर-1 रोमानिया की सिमोना हालेप और रूस की मारिया शारापोवा ने विलियम्स की बात का समर्थन किया है, लेकिन पेट्रा क्वितोवा, विक्टोरिया एजारेंका और योहान कोंटा ने इस पर हताशा जाहिर की है।
सही चीजों की ओर ध्यान केंद्रित करना चाहती हैं-
विलियम्स ने कहा, “मुझे लगाता कि मैं जिस दौर से गुजरी उस अनुभव ने मरी आंख खोल दी। मैं नहीं जानती, लेकिन ऐसा पहले होता तो मैं यह काम पहले कर लेती? अब दूसरे लोगों के लिए मौका है।” सेरेना को अमेरिकी ओपन के फाइनल में जापान की युवा खिलाड़ी नाओमी ओसाका से हार का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा अबु धाबी में खेले गए एक प्रदर्शन मैच में सेरेना को अपनी बड़ी बहन वीनस विलियम्स से हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में वीनस ने सेरेना को 4-6, 6-3,10-8 से मात दी। इस मैच के बाद अमेरिकी ओपन फाइनल मैच के विवाद के बारे में पूछे जाने पर सेरेना ने किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया देने से साफ इनकार कर दिया। सेरेना ने कहा, “मैंने कुछ भी नजरअंदाज नहीं किया है, लेकिन मेरे पास इस बारे में बात करने का समय नहीं है। मैंने इस बारे में बात की थी और अब इससे आगे बढ़ने का सही समय है ताकि सही चीजों की ओर मैं अपना ध्यान केंद्रित कर सकूं।”